केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में वर्ष 2020 का आम बजट प्रस्तुत किया, जिसके बाद से शेयर बाजार में उत्साहहीन प्रतिक्रिया देखी गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 12.55 पर 187.53 अंकों की गिरावट के साथ 40,535.96 पर और निफ्टी 60.10 अंकों की गिरावट के साथ 11,902 पर रहा. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 29.69 अंकों की बढ़त के साथ 40,753.18 खुला. पहले दिन यह 40723.49 पर बंद हुआ था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 23.01 अंकों की गिरावट के साथ 11,939.00 पर खुला. पहले दिन यह 11,962.10 पर बंद हुआ था.
वहीं जब वित्त मंत्री ने आयकर टैक्स स्लेब (Income Tax Slab) की बात की और उसमें लोगों को राहत दी तो लगा कि बाजार ऊपर जा सकता है, लेकिन उसके बाद भी बाजार ठीक से खड़ा नहीं हो पाया. स्लैब का ऐलान होने के बाद भी दोपहर करीब डेढ़ बजे सेंसेक्स 40201 पर है और निफ्टी 11802 पर है. जबकि यह एक बार तो 12000 के आंकड़े तक को छू आया था. सेंसेक्स ने दिन में अपने न्यूनतम स्तर करीब 700 अंकों की गिरावट और निफ्टी 170 अंक तक गिर गया था.
बाजार सूत्रों का कहना है कि बाजार भागीदारों ने सरकार से आग्रह किया था कि बजट में बाजार को आगे बढ़ाने वाली कई घोषणाएं हो सकती हैं. ऐसे में उस दिन शेयर बाजारों को खुला रखा जाए. इससे पहले 2015 में 28 फरवरी को शनिवार को बजट के दिन शेयर बाजार खुले थे. उस समय तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश किया था. बजट के दिन लगातार कई तरह की घोषणाएं होती हैं और उसके बाद बाजार में भी उतार चढ़ाव आते रहते हैं. इसलिए आज के दिन यानी बजट के दिन शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना काफी रिस्की और खतरनाक भी है. आज का दिन शेयर बाजार के लिए इसलिए भी खास होता है, क्योंकि आज शेयर बाजार से जुड़े कुछ फैसले बजट में आ सकते हैं. इस दिन यानी बजट के दिन शेयर मार्केट में वही लोग ट्रेड करें जो ठीक से इसे जानते और समझते हों, अगर इसमें जरा सी भी लापरवाही बरती गई तो बाजार आपको छोड़ेगा नहीं और खाता खाली भी हो सकता है. इस बीच यह भी आपको जान लेना चाहिए कि अगर आप आप ट्रेड करें तो कम से कम स्टॉप लॉस और टारगेट सेट कर लें और इसमें लापरवाही न बरतें.
हम आपको बताते हैं पिछले छह साल बजट के दिन शेयर बाजार का रुख कैसा रहा है. छह में से चार बार अब तक ऐसा हो चुका है, जब बजट के दिन शेयर बाजार लाल निशान यानी माइनस में रहा था. पिछले साल की ही बात करें तो उस दिन पांच जुलाई केा बजट पेश किया गया था, उस दिन सेंसेक्स एक फीसदी और निफ्टी 1.14 फीसदी नुकसान में रहा था. उससे पहले साल साल 2018 में एक फरवरी को बजट पेश हुआ था, उस साल सेंसेक्स 0.16 फीसदी और निफ्टी 0.10 फीसदी नीचे बंद हुआ था. उससे पहले साल 2017 में एक फरवरी को बजट पेश हुआ था. उस दिन निफ्टी और सेंसेक्स हरे निशान में बंद हुए थे. उस साल सेंसेक्स 1.76 फीसदी ऊपर और निफ्टी 1.81 फीसदी ऊपर बंद हुआ था.
उससे भी पहले की बात करें तो साल 2016 में 29 फरवरी को बजट पेश हुआ था, उस साल बाजार में हल्की गिरावट देखी गई थी. तब सेंसेक्स 0.66 फीसद और 0.61 फीसदी नीचे बंद हुए थे, यानी बाजार में हल्की गिरावट देखी गई थी. साल 2015 में 28 फरवरी को बजट आया था और उस दिन सेंसेक्स 0.48 और निफ्टी 0.65 फीसद ऊपर बंद हुआ था, यानी उस दिन बाजार में अच्छा कारोबार हुआ था. साल 2014 में 10 जुलाई को बजट पेश हुआ था, वह मोदी सरकार का बजट था. उस पहले बजट में सेंसेक्ट 0.28 फीसद और 0.23 फीसद नीचे बंद हुआ था.
Source : News Nation Bureau