भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि 2500 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही संस्कृति मंत्रालय के लिए 3,150 करोड़ रुपए की व्यवस्था का प्रस्ताव है. यह राशि पिछले बजट से 108 करोड़ रुपये अधिक है. साल 2019-2020 में मंत्रालय के लिए 3,042.35 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे. इसके साथ ही वित्तमंत्री ने यह भी कहा कि मोदी सरकार जल्द ही संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज एंड कंजर्वेशन की स्थापना करेगी, जिसे विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: निर्मला सीतारमण ने कहा, टैक्स में छूट से लोगों के हाथ में पैसा बढ़ेगा
परियोजना के बारे में सीतारमण ने कहा, टवैज्ञानिक तथ्यों को एकत्र करने और फिर उसे म्यूजियम के माध्यम से प्रसारित करने के लिए पुरातत्व, संग्रहालय विज्ञान जैसे विषयों में ज्ञान अर्जन अति आवश्यक है.ट विश्वविद्यालय का निर्माण भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की तर्ज पर किया जाएगा.
वित्तमंत्री द्वारा की गई अन्य प्रमुख घोषणाओं में यह था कि सरकार द्वारा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पांच एएसआई -राखीगढ़ी (हरियाणा), हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश), शिवसागर (असम), धोलाविरा (गुजरात) और आदिचनल्लुर (तमिलनाडु) को प्रमोट किया जाएगा.