Budget 2020: शेयर बाजार (Share Market) से होने वाली कमाई के ऊपर लगने वाले टैक्स को खत्म करने की मांग इंडस्ट्री द्वारा काफी समय से उठ रही है. वहीं अब इंडस्ट्री को केंद्र सरकार में शामिल सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) का भी साथ मिल गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी के एक बड़े नेता की ओर से भी आगामी बजट (Union Budget 2020-21) में शेयर या शेयर आधारित म्यूचुअल फंड के ऊपर लगने वाले लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) के नियमों में बदलाव करने की मांग की गई है.
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कंपनियों की ओर से पहले ही उठ रही है मांग
बता दें कि वित्तीय मार्केट में काम करने वाली कंपनियों की ओर से LTCG को खत्म करने या इसकी होल्डिंग पीरियड को शून्य टैक्स के साथ मौजूदा 1 साल से बढ़ाकर 2 साल करने की सिफारिश की जा रही है. केंद्रीय वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) भी दूसरी बार आम बजट (Union Budget 2020-21) पेश करेंगी. बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 5 जुलाई 2019 को पहली बार आम बजट पेश किया था.
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मौजूदा समय में कितना लगता है LTCG टैक्स
मौजूदा समय में अगर कोई व्यक्ति 1 साल के अंदर शेयर को बेच देता है तो उस शेयर से होने वाली कमाई के ऊपर 15 फीसदी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स (STCG) लगता है. वहीं अगर कोई व्यक्ति उस शेयर को एक साल के बाद बेचता है तो उस शेयर से होने वाली कमाई के ऊपर 10 फीसदी का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) लगता है. बीजेपी पार्टी के अंदर लाभांश वितरण कर (DDT) नियमों में भी बदलाव करने की मांग उठ रही है.
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बीजेपी के आर्थिक मामलों के प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल का कहना है कि LTCG और DDT को लेकर निवेशकों के मन में काफी चिंता है. इसकी वजह से निवेशक दूसरे देशों जैसे सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग आदि जगहों की ओर रुख कर रहे हैं. गौरतलब है कि 2018 में तत्तकालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 साल के बाद शेयर की बिक्री पर 10 फीसदी LTCG टैक्स को फिर से लागू कर दिया था.