Budget 2021: कोरोना काल से प्रभावित बजट 2021-22 का काउंट डाउन शुरू हो चुका है. 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण संसद में बजट पेश करेंगी, लेकिन इस बार का बजट कई मायनों में अलग होने वाला है. बजट पर कोरोना का प्रभाव पड़ने वाला है जिससे सरकार बहुत राहत देने के मूड में नहीं दिख रही है. सरकार के सामने निवेश को बढ़ाने की चुनौती है इसलिए इस बार बजट में निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए टैक्स छूट की सीमा को 1.5 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख किया जा सकता है.
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हेल्थ सेक्टर में इस बार के बजट में 80 हज़ार करोड़ के निवेश की संभावना
आयकर छूट के लिए 2.5 लाख छूट की सीमा को बढ़ाया जा सकता है. इसके अलावा स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50 हज़ार से बढ़ाकर 80 हज़ार करने की उम्मीद है. साथ ही कोरोना से आर्थिक रूप से निपटने के लिए एक अलग तरह का सेस सरकार जनता पर डाल सकती है. हेल्थ सेक्टर में इस बार के बजट में 80 हज़ार करोड़ के निवेश की संभावना है. जीएसटी के और सरलीकरण पर सरकार का जोर होगा. एमएसएमई सेक्टर को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देने की योजना है.
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आत्मनिर्भर भारत के लिए तमाम योजनाओं को लाया जाएगा. सरकार हेल्थ में निवेश का प्लान और डिफेंस के लिए बजट को बढ़ा सकती है. कोरोना काल मे लाखों लोगों का रोजगार छिन गया जिसे दुबारा पटरी पर लाना सरकार के सामने बड़ी चुनौती है बजट में रोजगार बढ़ाने पर ज़ोर रहने वाला है. इसके साथ कल आर्थिक सर्वे पेश किया जाना है आर्थिक सर्वेक्षण में पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रमुख चुनौतियों और उनसे निपटने का जिक्र होगा, तो वहीं देश कोरोना से कैसे अपने को आर्थिक रूप से बाहर निकाले इसपर सुझाव होंगे.