Budget 2022: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी 2022 को अपना चौथा बजट पेश करेंगी. आगामी बजट में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार हेल्थ सेक्टर (Health Sector) के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है. ऐसे में आगामी बजट से घरेलू फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्री (Pharma Sector) को क्या उम्मीदे हैं, आइए जानने की कोशिश करते हैं. फार्मा इंडस्ट्री ने उम्मीद लगाई है कि आगामी बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए आवंटन बढ़ाने, रिसर्च एंड डेवलपमेंट गतिविधियों को प्रोत्साहन और विभिन्न दवाओं पर टैक्स छूट को जारी रखने जैसे ऐलान कर सकती है.
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GDP के तीन फीसदी तक हेल्थ सेक्टर के लिए होना चाहिए आवंटन
फार्मा इंडस्ट्री ने निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए कारोबार में सुगमता की स्थिति बेहतर करने के लिए विभिन्न प्रक्रियाओं के सरलीकरण की भी मांग की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय फार्मास्युटिकल्स उत्पादकों के संगठन (Organisation of Pharmaceutical Producers of India-OPPI) के अध्यक्ष एस श्रीधर का कहना है कि बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटन सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के मौजूदा 1.8 फीसदी से बढ़ाकर 2.5 से 3 फीसदी किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जैव-फार्मास्युटिकल क्षेत्र में शोध एवं विकास के लिए अलग से आवंटन किए जाने की जरूरत है.
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एस श्रीधर ने कहा कि सरकार की ओर से दवाओं पर लगने वाले सीमा शुल्क में छूट को जारी रखना चाहिए और अगर सरकार की ओर से यह नहीं किया जाता है तो मौजूदा स्थितियों में दवाओं को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराना संभव नहीं हो पाएगा. साथ ही एकदम अलग तरह के रोगों (Rare Diseases) के लिए इनोवेटिव दवाओं पर आयात शुल्क में छ्रट पर विचार किया जाना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटन GDP के 2.5 से 3 फीसदी किया जाना चाहिए
- सरकार को दवाओं पर लगने वाले सीमा शुल्क में छूट को जारी रखना चाहिए