लगातार अपना चौथी बजट पेश करने वाली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) को मजबूत करने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की जाएंगी. इसके लिए उन्होंने पांच सालों में 6000 करोड़ के प्रोग्राम लाने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उदयम, ई-श्रम, एनसीएस और असीम पोर्टल आपस में जुड़ेंगे. अब ये लाइव ऑर्गेनिक डेटाबेस संग काम करने वाले प्लेटफॉर्म होंगे. इनके जरिये क्रेडिट सुविधाएं मिलेंगी साथ ही उद्यमिता के लिए भी संभावनाएं बनेंगी.
ईसीएलजीएस का दायरा 5 लाख करोड़
मंगलवार को लगातार दूसरी बार पेश हुए पेपरलेस आम बजट में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम यानी एमएसएमई के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं. ईसीएलजीएस यानी इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम के तहत 130 लाख से अधिक एसएमई को फायदा पहुंचेगा. इसके अलावा ईसीएलजीएस के दायरे को 50 हजार करोड़ रुपए से बढ़ाकर 5 लाख करोड़ रुपए कर दिया गया है. इससे 2 लाख करोड़ रुपए का अतिरिक्त लोन मिल सकेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि उद्यम, ई-श्रम, एनसीएस और असीम पोर्टल्स लिंक होंगे. इससे एमएसएमई का दायरा बढ़ेगा. घरेलू उद्योगों की मजबूती पर भी सरकार का पूरा जोर है. वित्त मंत्री ने कहा कि छोटे और लघु उद्योगों को 2 लाख करोड़ रुपये की मदद दी जाएगी.
यह भी पढ़ेंः कोरोना महामारी के बावजूद आर्थिक मोर्चे पर NDA सरकार ने UPA को पछाड़ा
छोटे उद्योग को क्रेडिट गारंटी स्कीम
उन्होंने यह भी कहा कि छोटे उद्योग को क्रेडिट गारंटी स्कीम से मदद दी जाएगी. कहा गया कि रेलवे छोटे किसानों और छोटे व मध्यम उद्यमों के लिए नए प्रोडक्ट और कुशल लॉजिस्टिक सर्विस तैयार करेगा. उद्यम, ई-श्रम, एनसीएस और असीम के पोर्टल्स को इंटर लिंक किया जाएगा, जिससे इनकी पहुंच व्यापक होने में मदद मिलेगी. ये सभी पोर्टलकई स्तर पर सुविधाएं देंगे, जिसमें ऋण सुविधा, उद्यमशीलता के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा.
- HIGHLIGHTS
- उदयम, ई-श्रम, एनसीएस और असीम पोर्टल आपस में जुड़ेंगे
- ईसीएलजीएस का दायरा अब 5 लाख करोड़ रुपए पहुंचा
- छोटे और लघु उद्योगों को 2 लाख करोड़ रुपये की मदद