भारत में रहने वाले हर एक व्यक्ति को बजट आने का इंतजार होता है. हर साल की तरह ही इस साल भी बजट 2022 (Budget 2022) 1 फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा. भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) चौथी बार बतौर वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी. बजट (Budget 2022) से आम जनता से लेकर देश और राज्यों की सरकार तक सबका सरोकार रहता है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि पूरे देश का बजट कैसे तैयार होता है? बजट तैयार करने वालों में अर्थशास्त्री, वित्त मामलों के जानकारों और तमाम दूसरे विशेषज्ञों की अहम भूमिका रहती है, लेकिन इसका श्रेय मिलता है सिर्फ वित्त मंत्री को.
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- बजट बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है. जिसकी तैयारी करीब 5 महीने पहले ही शुरू हो जाती है.
- बजट बनाने के लिए वित्त मंत्रालय के अधिकारी बहुत मेहनत करते हैं. वित्त मंत्रालय, नीति आयोग और दूसरे मंत्रालय बजट तैयार करते हैं. इस दौरान अधिकारियों के लिए परिवार के लिए समय निकालना भी मुश्किल होता है.
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, बजट के अंतिम समय में तो अधिकारियों को मोबाइल रखने पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाता है.
- अधिकारी आपस में अलग-अलग विभागों के बीच फंड देने को लेकर भी चर्चा करते हैं.
- सबसे पहले किस विभाग को कितनी रकम मिले वित्त मंत्रालय ब्लूप्रिंट बनाता है.
देश के बजट का निर्माण करने में वित्त सचिव, राजस्व सचिव और सचिव व्यय की भूमिका सबसे अहम होती है. सभी अधिकारियों की हर रोज कई बार वित्त मंत्री से बजट के सिलसिले पर बातचीत होती है. बैठकों का दौर दिन-रात तक चलता रहता है. बैठक या तो नॉर्थ ब्लॉक में होती है या वित्त मंत्री के आवास पर. जानकारी के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में वित्त मंत्री अपने खास सलाहकारों को भी बजट की टीम में रखने लगे हैं. बजट से पहले तमाम प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों को अंतिम रूप दिया जाता है. बजट को बनाने के दौरान पूरी टीम को प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, योजना आयोग के उपाध्यक्ष का सहयोग मिलता रहता है.