आम बजट हर साल पेश किया जाता है. लेकिन बजट में इस्तेमाल होने वाले कई ऐसे शब्द है जो लोगों को ज्यादा समझ नहीं आता है. इस साल भी आम बजट 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. वह पांचवीं बार आम बजट संसद में पेश करेंगी जिसकी शुरुआत हलवा सेरेमनी से होती है लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार ने इस परम्परा को खत्म कर दिया. आम बजट में वित्त मंत्री सरकार के काम-काज, आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करते हैं. सरकार आने वाले समय में क्या क्या कार्यक्रम और टैक्स के पैसे का हिसाब पेश करती है. लेकिन बजट स्पीच के दौरान कई ऐसे शब्द आते है जिनका अर्थ जानना आपके लिए जरुरी होता है.
1. फाइनेंशियल ईयर (Financial Year)
फाइनेंशियल ईयर 12 महीनों का ऐसा समय होता है जिसे सरकार अपने आय और व्यय की गणना करती हैं. यह 1 अप्रेल से 31 मार्च के बीच का समय होता है. फाइनेंशियल ईयर को फिस्कल ईयर के नाम भी जाना जाता है.
2. बजट एस्टिमेट (Budget Estimates)
बजट एस्टिमेट का मतलब होता है कि सरकार अगले एक साल में कुल खर्च और आय का अनुमान लगाती है और इसी लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करती है. सरकार के विभिन्न सोर्स और विभागों के द्वारा किया जाने वाला खर्च और आय को बजट एस्टिमेट कहा जाता है.
3. रिवाइज्ड एस्टिमेट (Revised Estimates)
कई बार सरकार के अनुमान के मुताबिक आय और व्यय नहीं होता हैं ऐसे में सरकार संशोधित कर फिर से लोकसभा में पेश कर जानकरी देते हुए सांसदों के बहुमत से पास किया जाता हैं. जिसे फाइनेंस बिल के जरिए लाया जाता है.
4. राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit)
जब पिछले एक साल में सरकार की कमाई सरकार के खर्च से अधिक होती है तो ऐसे स्थिति में सरकार को राजकोषीय घाटा होता है और सरकार या तो अपने खर्चों में कमी या फिर किसी से कर्ज लेकर काम करती है.
5. राजस्व घाटा (Revenue Deficit)
राजस्व घाटा ऐसे स्थिति को कहते है जब सरकार के अनुमान के मुताबिक सरकार को आय में कमी हो जाती हैं. जिसकी वजह से सरकार टैक्स को बढ़ा देती हैं और लोगों से राजस्व वसूल करती है.
Source : News Nation Bureau