Budget 2024 On Defence: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी कार्यकाल का अंतिम बजट 1 फरवरी को पेश कर दिया है. इस वर्ष लोकसभा चुनाव होने की वजह से यह अंतरिम बजट कहा जा रहा है. यही वजह है कि इस बजट में वित्त मंत्री की ओर से ज्यादा बड़े ऐलान नहीं किए गए हैं. कुछ सेक्टरों को इस बजट में अच्छी राहत भी दी गई है. इसी कड़ी में रक्षा बजट पर सरकार ने ज्यादा खर्च करने पर जोर दिया है. इस बार बजट 2024-25 में सरकार ने रक्षा क्षेत्र में बड़ा इजाफा किया है. एफएम सीतारमण ने रक्षा बजट को 11.1 फीसदी बढ़ाया है. हालांकि कुल बजट का 8 फीसदी मोदी सरकार रक्षा पर खर्च करेगी.
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रक्षा बजट में क्या खास?
इस बार के रक्षा बजट की बात करें तो सरकार ने डिफेंस खर्च के लिए...
- कुल 6.2 लाख करोड़ रुपए दिए हैं. बीते डिफेंस बजट की तुलना में ये 0.27 लाख करोड़ रुपए ज्यादा हैं.
- पिछले रक्षा बजट में सरकार की ओर से 5.93 लाख करोड़ रुपए दिए गए थे.
- वित्त वर्ष 2024-25 के कुल बजट में रक्षा क्षेत्र पर 8 फीसदी खर्च हो रहा है.
- तीनों सेनाओं के वेतन के लिए वित्त मंत्री ने इस साल 2.82 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए
- 2023-24 में रेवेन्यू बजट के लिए 2.77 लाख करोड़ रुपए दिए गए थे.
- 1.62 लाख करोड़ रुपए हथियारों की खरीदारी के लिए आवंटित
- पेंशन के लिए सरकार की ओर से 141205 करोड़ रुपए दिए गए हैं.
85 देशों में अपने हथियार निर्यात कर रहा भारत
रक्षा के क्षेत्र में बीते 10 वर्षों में भारत ने तेजी से तरक्की की है. इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत मौजूदा समय में 85 देशों में हथियार निर्यात कर रहा है. भारत के रक्षा निर्यात में 2014 के मुकाबले एक दो नहीं बल्कि 10 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है. रफाल से लेकर रीपर ड्रोन तक बड़े रक्षा सौदों ने सेना की ताकत में भी जबरदस्त इजाफा भी किया है. भारत और अमेरिका मिलकर लड़ाकू बख्तरबंद स्ट्राइकर बनाने में काम करने वाले हैं. इसको लेकर सहमति भी बनी है.
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दरअसल मौजूदा समय में दुनिया में दो बड़ी जंग चल रही हैं. एक गाजा में इजराइल और हमास के बीच बीते 4 महीनों से युद्ध छिड़ा हुआ है वहीं दूसरी तरफ रूस औऱ यूक्रेन भी करीब डेढ़ साल से युद्ध की आग में जल रहे हैं. ये युद्ध बताते हैं कि डिफेंस के क्षेत्र में छोटे देशों ने भी अपनी ताकत में इजाफा किया है और इससे दुनिया को सबक सीखने की जरूरत है. भारत ने भी इन युद्धों को देखते हुए रक्षा बजट में खासी बढ़ोतरी की है.