Budget 2024: भारत का बजट का इतिहास बेहद पुराना और समृद्ध है. भारत में पहला बजट अंग्रेजी शासन के दौरान 7 अप्रैल 1860 को प्रस्तुत किया गया था. इसे ब्रिटिश गवर्नमेंट के फाइनेंस मिनिस्टर जेम्स विल्सन ने पेश किया था. यह बजट ब्रिटिश राज के अधीन भारत की वित्तीय योजनाओं और व्यवस्थाओं को संचालित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था. आपको बता दें कि भारत के स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, पहला बजट 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था. इस ऐतिहासिक बजट को भारत के पहले वित्त मंत्री शनमुखम चेट्टी ने प्रस्तुत किया. यह बजट देश के आर्थिक दिशा-निर्देशों को सेट करने वाला पहला महत्वपूर्ण दस्तावेज था, जिसने नवगठित भारत की वित्तीय नीति और योजनाओं की नींव रखी.
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गणतंत्र बनने के बाद का पहला केंद्रीय बजट
भारत के गणतंत्र बनने के बाद पहला केंद्रीय बजट 28 फरवरी 1950 को पेश किया गया था. इस बजट ने स्वतंत्र भारत की अर्थव्यवस्था को स्थिर और सुदृढ़ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके साथ ही देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कई नीतिगत बदलाव किए गए.
वित्त मंत्रियों के रिकॉर्ड
इसके साथ ही आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई 2024 को देश का आम बजट पेश करने जा रही हैं. इस बार के बजट के साथ वह एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित करेंगी. वह मोरारजी देसाई के बाद देश की पहली ऐसी वित्त मंत्री बन जाएंगी, जिन्होंने लगातार सात बार बजट पेश किया हो. इससे पहले, मोरारजी देसाई ने लगातार छह बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाया था.
बजट की तैयारी का प्रक्रिया
साथ ही बजट की तैयारी एक विस्तृत और जटिल प्रक्रिया होती है, जिसमें वित्त मंत्री विभिन्न सेक्टर के स्टेकहोल्डर्स जैसे राजस्व विभाग, इंडस्ट्री यूनियन, किसान यूनियन, ट्रेड यूनियन और इकोनॉमिस्ट आदि के साथ गहन चर्चा करती हैं. इन चर्चाओं का उद्देश्य होता है कि बजट में सभी सेक्टर की जरूरतों और मांगों का उचित समावेश हो सके.
बजट की प्रासंगिकता
वहीं भारत के बजट का ऐतिहासिक सफर न केवल वित्तीय प्रबंधन का एक दस्तावेज है, बल्कि यह देश की आर्थिक दिशा और योजनाओं का प्रतिबिंब भी है. प्रत्येक बजट नए विकास की संभावनाओं, नीतियों और सुधारों को सामने लाता है, जो देश की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है.
बहरहाल, भारत के बजट का इतिहास इस बात का प्रमाण है कि कैसे समय के साथ देश की आर्थिक नीतियां और योजनाएं विकसित हुई हैं. आजादी के पहले और बाद के बजट दोनों ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह सातवां बजट भी इसी ऐतिहासिक सफर का हिस्सा बनेगा, जिसमें देश की आर्थिक दिशा को और सुदृढ़ बनाने की उम्मीदें शामिल हैं.
HIGHLIGHTS
- ब्रिटिश शासन में शुरू हुआ था भारत का पहला बजट
- आजादी के बाद का पहला बजट किसने किया पेश?
- जानें इससे जुड़े कुछ रोचक बातें
Source : News Nation Bureau