पुराने टैक्स फॉर्मेट में इनकम टैक्स जमा करने वाले देखते रह गए और न्यू टैक्स रिजीम वालों ने बाजी मार ली.पहले टैक्सपेयर की कुल इनकम में 50 हजार रुपये की अतिरिक्त छूट मिलती थी..इसे बढ़ाकर 75 हजार रुपये तक की दी गई. यानी नए टैक्स सिस्टम के हिसाब से टैक्स कैलकुलेशन किया जाएगा तो 5 से 10 फीसदी कैटिगरी में आने वाले लाखों लोगों की सीधा फायदा मिलेगा.नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद थी कि वित्त मंत्री इस बार बजट में इनकम टैक्स में राहत दे सकती हैं और वित्त मंत्री ने इस बार निराश नहीं किया है.
सरकार ने स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ाकर और न्यू टैक्स रिजीम में बदलाव कर मिडिल क्लास को खुश करने की कोशिश की है.स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट 50 हजार रुपये बढ़ाकर 75 हजार रुपये कर दिया है. जबकि 5 लाख से ज्यादा पर 30% फीसदी टैक्स का प्रावधान रखा गया है. न्यू टैक्स स्लैब में बदलाव से टैक्सपेयर्स को सालाना 17 हजार 500 की बचत होगी. लेकिन पुराने रिजीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
नये टैक्स रिजीम में
3 लाख तक कोई टैक्स नहीं
3 से 7 लाख तक 5 फीसदी टैक्स
7 से 10 लाख तक 10 फीसदी टैक्स
12 से 15 लाख तक 20 फीसदी टैक्स
जबकि 5 लाख से ज्यादा पर 30% फीसदी टैक्स का प्रावधान रखा गया है
आखिर न्यू टैक्स रिजीम में बदलाव से कितना फायदा होगा
3 लाख तक है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना है जबकि
3 लाख से 7 लाख तक आपको 5 फीसदी यानि करीब 20 हजार रुपये टैक्स
7 लाख से 10 लाख तक 10 फीसदी यानि करीब 50 हजार रुपये टैक्स
10 लाख से 12 लाख तक 15 फीसदी यानि करीब 80 हजार रुपये टैक्स
12 लाख से 15 लाख तक 20 फीसदी यानि करीब 1 लाख 40 हजार रुपये टैक्स
15 लाख से ज्यादा तक 30 फीसदी यानि 1 लाख 40 हजार रुपये ज्यादा टैक्स आपको देना पड़ेगा
सालाना 17 हजार 500 की बचत होगी
न्यू टैक्स स्लैब में बदलाव से टैक्सपेयर्स को सालाना 17 हजार 500 की बचत होगी. लेकिन पुराने रिजीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मोदी सरकार की तीसरी पारी का ऐतिहासिक और पहला पूर्ण बजट पेश हो चुका है. सरकार ने इस बजट में टैक्सपेयर को बड़ी राहत देकर मिडिल क्लास के अच्छे दिन लाने की कोशिश की है. लेकिन विपक्ष इसे सरकार बचाओ बजट बता रहा है.
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Source : News Nation Bureau