बजट 2019 (Budget 2019): मोदी सरकार का अंतरिम बजट (interim budget) वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने (Piyush Goyal) आज सदन में पेश किया. उन्होंने करीब 1 घंटा 45 मिनट भाषण दिया. बजट का भाषण (Budget Sspeech) कितना लंबा होगा यह बजट की घोषणाओं (Budget announcements) पर निर्भर करता है. बजट (Budget 2019) पेश करने के दौरान अगर सबसे लंबे भाषण (Longest Budget Sspeech) की बात की जाए तो इस मामले में तत्कालीन वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) ने बाजी मारी है. तो चलिए आपको बताते है कि भारत के इतिहास में अब तक के सबसे लंबे बजट भाषणों के बारे में..
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भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नाम भारत के इतिहास में सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड है. डॉ. मनमोहन सिंह ने जुलाई 1991 में वित्त मंत्री के तौर पर 18,650 शब्दों का बजट भाषण दिया था. डॉ. मनमोहन सिंह का यह वित्त मंत्री के तौर पर पहला भाषण था.
सबसे लंबे बजट भाषण देने वालों में वित्त मंत्री अरुण जेटली दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर हैं. अरुण जेटली ने साल 2017 में 18604 शब्दों का बजट भाषण दिया था. इसके बाद अरुण जेटली ने साल 2015 में 18122 और साल 2018 में 17991 बजट भाषण दिया था.
एनडी तिवारी ने फरवरी 1988 में 16,419 शब्दों का बजट भाषण दिया था. जिसके बाद एनडी तिवारी ने छठे सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड अपने नाम किया.
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राजीव गांधी सरकार में वित्त मंत्री के तौर पर साल 1986 में वीपी सिंह ने 6,110 शब्दों का बजट भाषण दिया था. इसके बाद उन्होंने सातवें सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड अपने नाम किया.
8वां और 9वां सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड यशवंत सिन्हा के नाम है. यशवंत सिन्हा ने जून 1998 में 15,589 शब्दों का बजट भाषण दिया था और फरवरी 2002 में 16,029 शब्दों का बजट भाषण दिया था.
भारत के पहले वित्त मंत्री आर के शनमुखम चेट्टी ने 10वां सबसे लंबा बजट भाषण दिया था. आर के शनमुखम चेट्टी ने 1948 में 15,508 शब्दों का बजट भाषण दिया था.
Source : News Nation Bureau