Economic Survey 2019: नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहले आर्थिक सर्वेक्षण को मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन (K V Subramanian) आज संसद के सामने रखेंगे. गौरतलब है कि आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) देश की अर्थव्यवस्था का पिछले 1 साल का लेखाजोखा होता है. इसके अलावा अगले वित्त वर्ष के लिए बजट में लिए जाने वाले नीतिगत फैसलों का संकेत भी छिपा हुआ होता है.
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सबसे प्रमाणिक दस्तावेज माना जाता है आर्थिक सर्वेक्षण
आर्थिक सर्वेक्षण को वित्त मंत्रालय का सबसे प्रामाणिक दस्तावेज माना जाता है. मंगलवार को केवी सुब्रमण्यन ने ट्वीट किया था कि वह अपना पहला और नई सरकार का पहला आर्थिक सर्वे संसद में गुरुवार को पेश करने को लेकर उत्साहित हैं.
गौरतलब है कि पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन के पद छोड़ने के करीब 6 महीने बाद पिछले साल दिसंबर में केवी सुब्रमण्यन को मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया था. बता दें कि आर्थिक सर्वे मुख्य बजट से 1 दिन पहले जारी पेश किया जाता है. आर्थिक सर्वे में आर्थिक विकास का सालाना लेखाजोखा होता है. आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को समेटते हुए विस्तृत सांख्यिकी आंकड़े देता है.