एम.के. वेणु द वायर के संस्थापक संपादक हैं. एक सक्रिय आर्थिक और राजनीतिक लेखक के रूप में उन्होंने द इकोनॉमिक टाइम्स, द फाइनेंशियल एक्सप्रेस और द हिंदू जैसे अखबारों में नेतृत्वकर्ता की भूमिकाएं निभाई हैं. उन्होंने 1991 में भारत की अर्थव्यवस्था के खुलने के बाद एक चौथाई सदी से अधिक समय तक आर्थिक नीति के मामलों पर लिखा है.
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उन्होंने पिछले दो दशकों में द इकोनॉमिक टाइम्स, फाइनेंशियल एक्सप्रेस और इंडियन एक्सप्रेस के संपादित पृष्ठों पर नियमित रूप से राजनीतिक अर्थव्यवस्था के कॉलम लिखे. उन्होंने राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारण चैनल RSTV पर 'अर्थव्यवस्था का राज्य' नामक एक नियमित राजनीतिक-अर्थव्यवस्था पर चर्चा को होस्ट किया. उन्हें सार्वजनिक नीति मामलों पर अपने विचार देने के लिए संसदीय समितियों द्वारा भी आमंत्रित किया गया है.
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ऐसा रहा है एम के वेणु का सफर
एम.के.वेणु पिछले तीन दशकों से मुख्यधारा की पत्रकारिता में सक्रिय हैं 'द वायर' लांच करने से पहले वो अमर उजाला में एग्जीक्युटिव एडिटर थे. अमर उजाला से जुड़ने से पहले वेणु 'द हिन्दू' के एग्जिक्यूटिव एडिटर के रूप में कार्यरत थे. इससे पहले वे 'फाइनेंशियल एक्सप्रेस' में थे, जहां वे मैनेजिंग एडिटर के तौर पर कार्यरत थे. उन्होंने इस फाइनेंशियल डेली के साथ भी चार साल तक काम किया.
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वेणु ने इकनॉमिक टाइम्स में विभिन्न पदों पर 12 सालों तक कार्य किया. जब उन्होंने फाइनेंशियल डेली छोड़ा तब उस समय वह चीफ एडिटर के पद पर कार्यरत थे. इकोनॉमिक टाइम्स से पहले उन्होंने द हिन्दुस्तान और द टाइम्स ऑफ इंडिया समूह के साथ काम किया. वेणु को पत्रकारिता में 30 साल से भी ज्यादा का अनुभव है. वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन और क्षेत्रीय ट्रेड संगठनों जैसे आसियान और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, ब्रिक आदि में भारत की भूमिका पर उन्होंने काफी कुछ लिखा है.
HIGHLIGHTS
- 30 सालों से आर्थिक पत्रकारिता के शीर्ष पर हैं एम के वेणु
- देश के सबसे टॉप के संस्थानों में शीर्ष पदों पर हैं
- 'द वायर' के फाउंडर मेंबर हैं एम के वेणु