वित्त मंत्री और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट में ही रेल बजट पेश किया. रेलवे की उपलब्धि को गिनाते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि पिछला साल रेलवे के लिए भारतीय इतिहास का सबसे सुरक्षित साल रहा है. पीयूष गोयल ने कहा कि हमारी सरकार ने रेलवे का घाटा कम करने का काम किया है. सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट में रेलवे को 64,587 करोड़ रुपये का आवंटन किया है.
पूर्वोत्तर राज्यों को बेहतर कनेक्टिविटी पर किया गया फोकस
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे का कुल पूंजीगत खर्च 1,58,658 करोड़ रुपये रहेगा, जो ऐतिहासिक है. रेलवे का परिचालन अनुपात कम होकर वित्त वर्ष 2019-20 में 95 फीसदी रहेगा, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह 96.2 फीसदी था. पीयूष गोयल ने पूर्वोत्तर राज्यों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए फोकस किया है.
रेल मंत्री ने कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी पर बोगीबिल ब्रिज ने रेलवे को काफी राहत दी है. एनएफ रेलवे अंतर्गत मालगाड़ियों की आवाजाही काफी हद तक सुव्यवस्थित कर दी गई. उत्तरी बैंक मार्ग के माध्यम से और ऊपरी असम क्षेत्र में मालगाड़ियो की आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग बन गया है. इस ब्रिज के बन जाने की वजह से 8 से 10 घंटे तक का समय बच रहा है.
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पीयूष गोयल ने रेल मंत्रालय की तारीफ करते हुए कहा कि भारत में पहली बार अरुणाचल प्रदेश देश के रेल नक्शे पर पहुंचा है. देश में सभी रेलवे क्रॉसिंग को मानव रहित किया गया है. इसके अलावा रोजना देशभर में 27 किलो मीटर सड़कों का निर्माण किया जा रहा है.
स्वदेशी ट्रेन रेलवे का बदल देगा स्वरूप
मेड इन इंडिया इंजनरहित ट्रेन-18 के विनिर्माण के बारे में गोयल ने कहा, 'वंदे भारत एक्सप्रेस स्पीड, सुरक्षा और सेवा के मामले में विश्वस्तीय सेवा मुहैया कराएगी. हमारे इंजीनियरों द्वारा विकसित यह बड़ी सफलता है, जो मेक इन इंडिया कार्यक्रम को गति प्रदान करेगी और रोजगार पैदा करेगी.'
मानवर रहित किया गया रेलवे क्रॉसिंग
पीयूष गोयल ने कहा कि कई रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न फैसिलिटी के जरिए अपग्रेड किया जा रहा है. सभी रेलवे क्रॉसिंग को मानव रहित कर दिया गया है. कई नए रेलवे रूट पर भी सरकार फोकस कर रही है ताकि ट्रेनों की लेट-लतीफी से यात्रियों को राहत मिल सके.
Source : News Nation Bureau