वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट-2021-22 के भाषण में कहा कि सरकार जल्द ही राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी को पूरे देश में लागू करेगी. आपको बता दें कि इस बजट में सरकार ने गांवों से बाहर जाकर काम करने वाले मजदूरों के लिए ये सुविधा प्रदान करते हुए इसे लागू करने का निर्णय लिया है. अगर राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी लागू हो जाती है तो फिर प्रवासी मजदूरों के लिए ये बहुत ही सुविधाजनक हो जाएगा और कोरोना जैसी महामारी में भी वो अपने गांव को पलायन के लिए मजबूर नहीं होंगे, इसके साथ ही ये उन लोगों को लिए भी लाभदायक होगा जो अपने गांवों से बाहर रोजगार की तलाश में शहरों की ओर पलायन कर गए हैं.
जानिए क्या है एक राष्ट्र एक राशनकार्ड योजना
एक राष्ट्र एक राशनकार्ड योजना एक ऐसी योजना है जिसके अंतर्गत पूरे देश में एक ही राशन कार्ड का लाभ लिया जा सकेगा. आपको बता दें कि राशन कार्ड की पोर्टेबिलिटी के लिए प्रौद्योगिकी समाधान उपलब्ध कराएगी. इसके पहले मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि इस प्रबंधन प्रणाली के तहत अब तक किए गए काम को जारी रखने और इसे और मजबूत बनाने को देखते हुए इसे मार्च 2021 के बाद लागू करने पर विचार किया जा रहा है.
जानिए कैसे मिलेगा आम आदमी को फायदा
एक राष्ट्र एक राशनकार्ड योजना के मुताबिक देश के किसी भी कोने हर एक राशनकार्ड धारक को उस पर मिलने वाली सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा. इसके तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के लाभार्थियों को अपने गृह राज्य से दूसरे राज्य में प्रवास करने की स्थिति में उसी राशन कार्ड से दूसरे राज्य से खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध होगी.
पहले राशनकार्ड को लेकर ये था नियम
आपको बता दें कि राशन कार्ड को लेकर इससे पहले कुछ अलग नियम थे. इन नियमों के मुताबिक आपके पास जिस जिले का राशन कार्ड होगा उसी जिले में आपको राशन मिल सकता था, वहीं अगर आप किसी अन्य जनपद में चले गए तो आपको पुराने राशन कार्ड का लाभ नहीं मिल सकेगा, यानिकि ये राशन कार्ड सिर्फ आपके गृहजनपद में ही लागू होता था. आपको बता दें कि राशन कार्ड की मदद से देश में गरीबों को आसानी से सस्ती कीमत पर अनाज मिलता है. एक देश, एक राशन कार्ड लागू होने के बाद गरीबी रेखा के नीचे वाले लोग किफायती कीमत पर देश के किसी कोने में अपने लिए राशन खरीद सकते हैं.
Source : News Nation Bureau