पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, आर्थिक सर्वे 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्‍यवस्‍था के लिए एक दृष्‍टिपत्र

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इसमें सामाजिक क्षेत्र की उन्नति, प्रौद्योगिकी को अपनाने और ऊर्जा सुरक्षा से लाभ भी दर्शाया गया है.

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Sunil Mishra
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2019 पेश करने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर इसकी सराहना की. पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट में लिखा, 2019 का आर्थिक सर्वे भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक दृष्टिकोण प्रस्‍तुत करता है. इसमें सामाजिक क्षेत्र की उन्नति, प्रौद्योगिकी को अपनाने और ऊर्जा सुरक्षा से लाभ भी दर्शाया गया है.

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Economic Survey 2019 में सरकार ने 2019-20 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी रखा है. आर्थिक सर्वे को तैयार करने वाले मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यन (K V Subramanian) ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक रणनीति को होना बहुत जरूरी है. 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए लोगों तक योजनाओं को पहुंचाना होगा और निवेश से ही संभव होगा.

केवी सुब्रमण्यन ने कहा है कि लीगल रिफार्म की ज़रूरत, एमएसएमई को बूस्टअप करने की ज़रूरत है. पॉलिसी को बेहतर तरीके से लागू करने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि सबसे गरीब तक योजना का लाभ अगर मिल जाए तो योजना सफल है. पिछले पांच साल में बड़े रिफॉर्म हुए हैं. इनमें आईबीसी बैंककरप्सी कोड से बड़े बदलाव हुए हैं. 1980 से चीन ने अपनी कंसम्पशन को कम किया और सेविंग और प्रोडक्शन को बढ़ाया जो आज बड़ी अर्थव्यवस्था है. उत्पादन को बढ़ाना होगा उससे एक्सपोर्ट में इजाफा होगा अगर हमे 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बननी है तो इसके लिए एमएसएमई में बड़ी तेजी से सुधार करना होगा, इसमे रोज़गार में बड़ी संभावनाए हैं.

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केवी सुब्रमण्यन ने कहा कि कंपनियां खुलती हैं उनमें रोज़गार की ज़रूरत होती है लेकिन जिस लेवल पर रोज़गार में बढ़ोतरी होनी चाहिए उतनी नहीं होती. बल्कि इस मुकाबले अमेरिका जैसे देश मे ये नंबर काफी ज्यादा है. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से लिंगानुपात में काफी सुधार आया है. चीन और पूर्वी एशिया ने निवेश बढ़ाकर उत्पादकता में वृद्धि की है.

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