Budget 2023: भारत सरकार ने आज बजट में पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के लिए अलग राशि का आवंटन किया है. इसके लिए 3596 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है. इस समय देश में पहले 82 किमी लंबे आरआरटीएस कॉरिडोर यानी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का कंस्ट्रक्शन बड़ी तेजी से जारी है. इस कॉरिडोर में दो डिपे और एक स्टेबलिंग यार्ड सहित 25 स्टेशन तैयार किए जाएंगे. पूरे कॉरिडोर पर 14 हजार से ज्यादा मजदूर और 1100 इंजीनियर तैयार कर रहे हैं. अभी तक कॉरिडोर को लेकर 35 प्रतिशत भूमिगत खंड (सुरंग) के साथ 65 प्रतिशत एलिवेटेड वायाडक्ट का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
आरआरटीएस कॉरिडोर का संचालन इसी वर्ष पूरा किया जाना है. इसके लिए आरआरटीएस ट्रैक पर रेल की टेस्टिंग आदि का काम किया जा रहा है. इस खंड के परिचालन शुरू होने से यातायात व्यवस्था में सुधार आएगा. एनसीआर में नई रीजनल रेल सेवा यात्रियों को आधुनिक, वातानुकूलित, तेज और विश्वसनीय परिवहन सेवा उपलब्ध कराती है. यह कॉरिडोर जनता के लिए 2025 तक खोल दिया जाएगा.
180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार और 160 किमी प्रति घंटे के परिचालन गति के साथ आरआरटीएस ट्रेनें देश की पहली परियोजना है. एयरोडायनामिक कोच 25 केवी एसी सिस्टम के साथ इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर स्वचालित होता है. आरआरटीएस ट्रेनों को अत्याधुनिक नवीनतम तकनीक के साथ तैयार किया जा रहा है.
Source : News Nation Bureau