Union Budget 2020: नरेंद्र मोदी सरकार दूसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्णकालिक बजट पेश होने वाला है. इस बजट से आम लोगों को काफी उम्मीदें हैं. समय के साथ बजट पेश करने तरीकों में भी बदलाव आया है. आपको बता दें कि कुछ साल पहले बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था. बाद में बजट के समय के साथ पेश करने के दिन में भी बदलाव आ गए हैं. आइये बजट से जुड़ी कुछ खास बातों को जानने की कोशिश करते हैं.
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बजट से जुड़ी अहम बातें
- नरेंद्र मोदी सरकार ने बजट की परंपराओं में बदलाव किया
- पहले फरवरी के आखिरी दिन बजट पेश होता था, अब 1 फरवरी को बजट पेश किया जाता है
- रेल बजट को खत्म करके आमबजट में ही शामिल कर दिया गया
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2001 में पहली बार 11 बजे पेश किया गया था बजट
2001 में पहली बार सुबह 11 बजे बजट को पेश किया गया था. वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस बजट को पेश किया था. गौरतलब है कि इससे पहले बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था. साल 2000 तक बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था. बता दें कि बजट की घोषणा शाम 5 बजे किए जाने की परंपरा अंग्रेजों के समय से थी. 2001 में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सुबह 11 बजे बजट पेश कर नई परंपरा को शुरू किया था. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में NDA की सरकार थी.
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ब्रिटिश पीरिएड में भी बजट होता था पेश
आजादी के पहले भी भारत में बजट पेश किया जाता था. गौरतलब है कि भारत में 18 फरवरी 1869 को पहली बार बजट पेश किया गया था. इस बजट को जेम्स विल्सन ने पेश किया था. बता दें कि आजादी मिलने के बाद 2 फरवरी 1946 को लियाकत अली खान ने बजट पेश था. लियाकत अली खान बाद में पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री भी बने थे.