वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में मोदी सरकार का दूसरा बजट पेश किया. इस दौरान निर्मला सीतारमण ने अपने दूसरे आम बजट में भले ही तमिल कवि तिरुवल्लुवर की कविता का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांधे हों, लेकिन विपक्ष को उनका यह अंदाज समेत पेश किया बजट कतई रास नहीं आया है. इसी क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने बजट में कर में कटौती को एकमात्र सकारात्मक पहलू बताते हुए कहा है कि इससे मध्यवर्ग को राहत मिलेगी, इसके अलावा पूरा बजट दिशाहीन है.
शशि थरूर ने शनिवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किए जाने के बाद संसद भवन परिसर में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बजट में शायद एकमात्र अच्छी बात जो हो सकती है वह मध्यवर्ग के लिए कर में कटौती करना है. इससे 12.5 लाख रुपये से कम सालाना आय वालों को थोड़ी राहत मिलेगी. इसके अलावा पूरे बजट में हमें ऐसा कुछ भी नहीं सुनाई दिया जो ऊर्जा दे सके.
उन्होंने आगे कहा कि यह बजट निराश करने वाला है, शायद यही वजह है कि संसद में भाजपा की तरफ से भी बजट पर ताली बजाने वाला कोई नहीं था. उल्लेखनीय है कि बजट में 2.5 लाख रुपये तक की आय पहले की तरह मुक्त रखी गई है जबकि 2.5 से पांच लाख तक की आय पर पांच प्रतिशत की दर से कर लगेगा. पांच से साढ़े सात लाख रुपये तक की आय पर 10 प्रतिशत, साढ़े सात से 10 लाख रुपये तक की आय पर 15 प्रतिशत, 10 से 12.5 लाख रुपये तक की आय पर 20 प्रतिशत और 12.5 से 15 लाख रुपये तक की आय पर 25 प्रतिशत की दर से आयकर का प्रस्ताव किया गया है. पंद्रह लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत की दर से आयकर लगाने का प्रस्ताव है.
Source : Bhasha