केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ( Union Finance Minister Nirmala Sitharaman ) एक फरवरी यानी मंगलवार को संसद में अपना चौथा आम बजट (Union Budget 2022) पेश करेंगी. केंद्र सरकार के इस बजट से निम्न और मध्यम वर्ग को लोगों को काफी उम्मीदें हैं. इसकी एक सबसे बड़ी वजह यह भी कि महंगी होती घर की रसोई से लेकर आयकर में जनता को राहत नहीं मिल पा रही है. विशेषज्ञों की मानें तो सरकार इस बार महंगाई से थोड़ी राहत दे सकती है. यही वजह है कि संसद में पेश होने वाले बजट 2022-23 पर इस समय पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं.
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आम जनता को बजट से क्या-क्या उम्मीद?
चाहे वो देश का कर्मचारी वर्ग हो या फिर दुकानदार व अन्य लोगों को पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार सरकार राजकोषीय मजबूती की कसौटी और लोकलुभावन उपायों के बीच एक संतुलन स्थापित कर उन्हें राहत दे. इसके अलावा आम करदाता अपने हाथ में खर्च योग्य आय बढ़ने की उम्मीद कर रहा है, ताकि वह बचत से कुछ निवेश कर सके और उपभोग बढ़ा सके. यदि सरकार 5 लाख न कर सके तो कम से कम साढ़े तीन लाख कर दे, इससे कुछ तो राहत मिलेगी. इसके अलावा हेल्थ सेक्टर में राहत मिले, क्योंकि दवाइयां बहुत महंगी हो गई हैं। कोरोना के कारण शुरू हुए वर्क फ्रॉम होम से बढ़े हुए खर्चो से लोग परेशान नजर आ हैं, इसलिए सरकार से उम्मीद कर रहे हैं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं पर भी राहत मिले.
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आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) को लेकर एक बड़ा फैसला
माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इस बार के बजट में अपनी महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) को लेकर एक बड़ा फैसला ले सकती है. चर्चा है कि फिलहाल देश के 33 राज्यों में चल रही इस योजना के दायरे को बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए सरकार जनणना 2011 के डेटा बेस का उपयोग कर सकती है.
Source : News Nation Bureau