आम आदमी को बड़ा झटका लगने जा रहा है. दरअसल, त्यौहारी सीजन में कॉटन (Cotton) से बने हुए कपड़े की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कॉटन का दाम 10 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है. कॉटन उत्पादन भी इस साल कम रहने की आशंका से भी कीमतों में तेजी बनी रह सकती है. बता दें कि त्यौहारी मौसम बस शुरू होने ही वाला है और इस दौरान लोग अपने लिए नए कपड़े खरीदते हैं. वहीं इस बार कॉटन से बने कपड़े की खरीदारी महंगी पड़ सकती है. हालांकि कीमतों में बढ़ोतरी का नुकसान जहां आम आदमी को उठाना पड़ सकता है तो वहीं दूसरी ओर इससे टेक्सटाइल कंपनियों को फायदा होने के भी आसार हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रासिम, रेमंड्स जैसी कंपनियों को फायदा होने की संभावना जताई जा रही है.
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क्यों बढ़ सकते हैं दाम?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल कपास की बुआई 6 फीसदी कम हुआ है. ऐसे में अनुमान से कम उत्पादन होने की वजह से कपास की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है. विदेशी बाजार के साथ-साथ घरेलू बाजार में भी कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है. भारत में कॉटन की कीमतों में 10 फीसदी से 12 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में भारी बारिश की वजह से कपास की फसल खराब हो गई है. वहीं चीन से कॉटन यार्न की मांग बनी रह सकती है.
कॉटन यार्न बनाने वाली कंपनियों को मिल सकता है फायदा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कपास की बढ़ती कीमतों का फायदा कॉटन यार्न बनाने वाली कंपनियों को मिलने की संभावना है. जानकारों का कहना है कि कपास की बढ़ती कीमतों का फायदा किसानों को मिल सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंडी में कपास का भाव 6,500 रुपये प्रति क्विंटल के ऊपर चल रहा है. बता दें कि मौजूदा समय में कपास का सरकारी भाव 5,725 रुपये प्रति क्विंटल है.
HIGHLIGHTS
- अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कॉटन का दाम 10 साल की ऊंचाई पर पहुंचा
- भारत में कॉटन की कीमतों में 10 फीसदी से 12 फीसदी की बढ़ोतरी