Coronavirus (Covid-19): भारत ने इस साल मई के दौरान पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी कम खाने के तेल का आयात (Edible Oil Import) किया. खाद्य तेल उद्योग संगठन सॉल्वेंट एक्स्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी एसईए (Solvent Extractors Association of India-SEA) ने कहा है कि इस साल मई में खाद्य तेल (Edible Oil) का आयात 2011 के बाद सबसे कम हुआ है. उद्योग संगठन के मुताबिक कोरोना काल (Coronavirus) में देश में होटल, रेस्तरां और कैंटीन के बंद रहने के कारण मांग नदारद रही जिसके चलते खाद्य तेल के आयात में कमी आई है.
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मई में भारत ने 707478 टन खाने के तेल का आयात किया
खाद्य तेल उद्योग संगठन सॉल्वेंट एक्स्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी एसईए द्वारा संकलित आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल मई में भारत ने 707478 टन खाने के तेल का आयात किया है जबकि पिछले साल मई महीने में खाद्य तेल का आयात 1180786 टन हुआ था. इस प्रकार खाने के तेल के आयात में पिछले साल के मुकाबले मई महीने में 40 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि तेल तिलहन सीजन 2019-20 नवंबर-अक्टूबरके दौरान आरंभिक सात महीने यानी नवंबर से मई तक भारत ने पिछले साल के मुकाबले 18 फीसदी कम खाने के तेल का आयात किया है.
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शुरुआती सात महीने में खाद्य तेल का आयात 6889662 टन हुआ
चालू सीजन के शुरुआती सात महीने में खाद्य तेल का आयात 6889662 टन हुआ है जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान खाने के तेल का आयात 8384616 टन हुआ था. एसईए के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी वी मेहता (B V Mehta) ने एक बयान में कहा कि होटल, रेस्तरा, कैंटीन बंद होने और सार्वजनिक समारोहों का आयोजन नहीं होने के कारण होरेका सेगमेंट की मांग नदारद रही जिसके चलते अप्रैल और मई में खाने के तेल का आयात कम हुआ.