केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने महंगाई पर लगाम लगाने के उद्देश्य से एक बड़ा फैसला लिया है. वित्त मंत्रालय ने कुछ एग्री कमोडिटी के वायदा कॉन्ट्रैक्ट (Future Contract) में कारोबार को एक साल के लिए निलंबित कर दिया है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) स्टॉक एक्सचेंज को अगले आदेश तक धान (गैर बासमती), गेहूं, चना, सरसों, सोयाबान और उसके डेरिवेटिव, कच्चा पाम तेल और मूंग के नए वायदा कॉन्ट्रैक्ट को शुरू नहीं करने का निर्देश दिया है. वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक सात कमोडिटीज में वायदा कारोबार का तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
अगले आदेश तक नए सौदे नहीं होंगे लॉन्च
सोयाबीन और इसके डेरिवेटिव प्रोडक्ट्स पर पाबंदी लगा दी गई है. मूंग, चना, कच्चा तेल पाम तेल सरसों, धान (गैर-बासमती), गेहूं पर 1 साल तक रोक है. ट्रेडर 20 दिसंबर से इन कमोडिटीज में नई पोजीशन नहीं ले सकेंगे. इन कमोडिटीज में मौजूदा सौदों को सिर्फ खत्म करने की मंजूरी दी गई है. अगले आदेश तक फ्यूचर्स और ऑप्शन के नए सौदे लॉन्च नहीं किए जाएंगे.
बता दें कि देश में दलहन और तिलहन की कीमतों में आई तेजी को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है. साथ ही कीमतों पर लगाम लगाने के मकसद से सरकार ने इन सातों कमोडिटीज के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है.
HIGHLIGHTS
- अगले आदेश तक फ्यूचर्स और ऑप्शन के नए सौदे लॉन्च नहीं किए जाएंगे
- दलहन और तिलहन की कीमतों में आई तेजी को देखते हुए यह कदम उठाया