इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के हमले से कच्चे तेल के दाम चढ़े, बाद में आये नीचे

इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के बाद विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम 4.5 प्रतिशत चढ़ गए.

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Deepak Pandey
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Crude Price Today: अमेरिका-ईरान के बीच तनाव बढ़ने से 1 हफ्ते में कहां जाएगा कच्चे तेल का भाव, जानें दिग्गज जानकारों का नजरिया

कच्चा तेल( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

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इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के बाद विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम 4.5 प्रतिशत चढ़ गए. ईरान ने यह हमला अमेरिका के हमले में उसके शीर्ष जनरल के मारे जाने का बदला लेने के लिए किया. दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बाद ब्रेंट और न्यूयार्क बाजारों में कच्चे तेल के दाम पिछले कई माह के शीर्ष स्तर पर पहुंच गए. हालांकि, बाद में कच्चे तेल के दाम में आई बढ़त कुछ नीचे आ गई.

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ईरान ने कहा कि फिलहाल उसका मिसाइल हमला समाप्त हो गया है. विश्लेषकों का कहना है कि इस घटनाक्रम का तेल आपूर्ति पर प्रभाव होना अभी बाकी है. अमेरिका के बागदाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार को किये गये ड्रोन हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सोलेमनी मारे गये थे. ईरान ने अपने कमांडर की मौत का बदला लेने के लिये बगदाद स्थित अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमला किया.

विश्लेषकों के अनुसार, तेल बाजार में हालांकि, पहले से ईरान हमले का अंदेशा बना हुआ था फिर भी अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान मिसाइल हमले के बाद ब्रेंट कच्चे तेल का दाम बढ़कर 72 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया. इस हमले में चूंकि तेल आपूर्ति को कहीं कोई नुकसान नहीं हुआ इसलिये बाद में इसके दाम नीचे आ गए.

भारतीय नौसेना ने भारत के समुद्री व्यापार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अमेरिका एवं ईरान के बीच बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए किसी भी संभावित स्थिति में प्रभावी रूप से प्रतिक्रिया देने के उद्देश्य से खाड़ी क्षेत्र में अपने युद्धपोत तैनात कर दिए हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. ईरान ने अपने शीर्ष सैन्य अधिकारी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बुधवार को मिसाइल से हमला किया.

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भारतीय नौसेना ने कहा कि क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने, भारतीय व्यापारियों को आश्वासन देने, वर्तमान स्थिति पर निगरानी रखने और किसी भी संभावित खतरे पर प्रतिक्रिया देने के लिए युद्धपोत और युद्धक विमान तैनात किए गए हैं. नौसेना ने एक विज्ञप्ति में कहा कि भारतीय नौसेना खाड़ी क्षेत्र में स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हमारे समुद्री व्यापार और क्षेत्र से गुजरने वाले भारतीय ध्वज धारक व्यापारी जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के वास्ते अपनी उपस्थिति बरकरार रखे हुए है. नौसेना ने कहा, “भारतीय नौसेना राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. अमेरिका ने पहले जहां इराक के बगदाद एयरपोर्ट पर हमला कर ईरान के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया था तो वहीं ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर हमला कर अपना ले लिया है. बताया जा रहा है कि ईरान के हमले में करीब 80 अमेरिकी मारे गए हैं.

हालांकि, ईरान के मिसाइल हमले के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट करके कहा था कि सब कुछ ठीक है. उल्लेखनीय है कि ईरान की ओर से यह मिसाइल हमला गत सप्ताह अमेरिका द्वारा ईरान के सबसे महत्वपूर्ण जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के जवाब में किया गया था. पेंटागन ने कहा कि प्रारंभिक आकलन से यह संकेत मिला है कि ईरान द्वारा इराक में उन दो ठिकानों पर मिसाइल हमले में कोई अमेरिकी हताहत नहीं हुआ है जहां अमेरिकी सैनिक हैं.

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इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी (Iran President Hassan Rouhani) ने बुधवार को कहा कि जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए ईरान का मिसाइल हमला दिखाता है कि ‘हम अमेरिका से डरते नहीं हैं.’ इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के कुछ घंटों बाद रूहानी ने टेलीविजन पर प्रसारित एक संबोधन में कहा कि अगर अमेरिका ने अपराध किया है...तो उसे पता होना चाहिए कि उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा. हसन रूहानी ने आगे कहा कि अगर उसमें अक्ल होगी तो इस समय वह कोई दूसरी कार्रवाई नहीं करेगा.

Source : Bhasha

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