बंदरगाहों पर प्याज (Onion) की अटकी खेप को निर्यात प्रतिबंध से कुछ छूट दी जा सकती है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के सूत्रों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि डीजीएफटी ने वैसे कार्गो को मंजूरी देने का निर्देश सीमा शुल्क विभाग को संभवत: दे दिया है, जो बंदरगाह पहुंच चुके हैं. हालांकि रास्ते में फंसे कार्गो के लिये इस तरह का निर्देश नहीं दिया गया है. हालांकि पाबंदियों से छूट तथा उसके आधार को लेकर निर्यातकों के बीच कुछ भ्रम की स्थिति है. एक कारोबारी ने कहा कि हम अनिश्चित हैं कि बंदरगाहों तक पहुंचने वाले सभी कार्गो को निर्यात की अनुमति दी जायेगी या केवल उन कार्गो को अनुमति दी जायेगी, जिन्होंने लेट एक्सपोर्ट ऑर्डर (एलईओ) प्राप्त किया हुआ है.
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महंगाई पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार ने एक्सपोर्ट पर लगाई थी रोक
बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने प्याज की सभी किस्मों के निर्यात (Onion Export) पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. इसकी वजह घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता बढ़ाना और कीमतों पर नियंत्रण रखना है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने इस संबंध में सोमवार (14 सितंबर 2020) को अधिसूचना जारी की थी. अधिसूचना के मुताबिक प्याज की सभी किस्मों के निर्यात को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है. डीजीएफटी, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत कार्य करता है. यह आयात और निर्यात से जुड़े मु्द्दों को देखने वाली इकाई है. संक्रमणकालीन व्यवस्था के तहत आने वाले प्रबंधों के प्रावधान इस अधिसूचना के दायरे में नहीं आएंगे.
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बांग्लादेश ने मोदी सरकार के अचानक लिए फैसले पर जताई चिंता
बांग्लादेश ने तो किसी सूचना के बिना प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के मोदी सरकार (Modi Government) के फैसले पर आधिकारिक रूप से अपनी ‘गहरी चिंता’ जताई है. उधर पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) में प्याज की कीमतें आसमान चढ़ गई हैं. कुछ दिन पहले तक 20-30 रुपए किलो बिकने वाले प्याज की खुदरा कीमत यहां 150 रुपए किलो तक पहुंच गई है. (इनपुट भाषा)