Kharif Crop Sowing Report: देशभर में चालू मानसून सीजन में अच्छी बारिश होने से खरीफ फसलों की बुवाई (Crop Wise Sowing Area) का आंकड़ा फिर एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है. देशभर में चालू खरीफ सीजन में रिकॉर्ड 1095.38 लाख हेक्टेयर में बुवाई हो चुकी है जबकि बुवाई का अंतिम आंकड़ा आना अभी बाकी है. पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले इस साल खरीफ फसलों का रकबा 6.32 फीसदी ज्यादा हो चुका है. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार द्वारा बीज, कीटनाशक, उर्वरक, मशीनरी और ऋण जैसी लागत सामग्री की समय पर उपलब्धता से महामारी के कारण लॉकडाउन की स्थिति के बावजूद रिकॉर्ड बुवाई संभव हो पाई है.
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396.18 लाख हेक्टेयर में हुई धान की बुवाई
धान की बुवाई 396.18 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 365.92 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. इस प्रकार बुवाई क्षेत्र में 8.27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. दलहनों की बुवाई 136.79 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष 130.68 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. इस प्रकार, दलहनों का रकबा पिछले साल 4.67 फीसदी बढ़ा है. मोटे अनाजों की बुवाई 179.36 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष 176.25 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. तिलहनों की बुवाई 194.75 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष 174.00 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. इस प्रकार तिलहनों रकबे में 11.93 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
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कपास का रकबा बढ़कर हुआ 128.95 लाख हेक्टेयर
गन्ने की बुवाई 52.38 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष 51.71 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. कपास की बुवाई 128.95 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष 124.90 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी. कपास का रकबा पिछले साल से 3.24 फीसदी बढ़ा है. जूट और मेस्टा की बुवाई 6.97 लाख हेक्टेयर में की गई है, जबकि पिछले वर्ष 6.86 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी.