पंजाब (Punjab) में इस साल गेहूं (Wheat) की बंपर पैदावार है और उत्पादन (Production) का नया रिकॉर्ड बन सकता है. प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि इस साल पंजाब में गेहूं का उत्पादन 182 लाख टन होने की उम्मीद है, जो एक नया रिकॉर्ड होगा और कोरोना वायरस जैसी महामारी के प्रकोप के बावजूद सरकार ने गेहूं की कटाई व तैयारी व खरीद का पुख्ता प्रबंध किया है. अधिकारी के अनुसार, अनाज मंडियों में तकरीबन 137 लाख टन गेहूं की आवक रह सकती है.
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पंजाब में गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से होने की उम्मीद
अतिरिक्त मुख्य सचिव (विकास) विश्वजीत खन्ना ने कहा कि गेहूं की खरीद के लिए मंडी बोर्ड द्वारा पुख्ता इंतजाम किया गया है. पंजाब में गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से होने की उम्मीद है और यह 31 मई तक चलेगी. सरकार के अनुसार, अगर आवश्यकता हुई तो 15 जून तक भी खरीद चल सकती है. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने गेहूं की खरीद के लिए 22,900 करोड़ रुपये की कैश क्रेडिट लिमिट को मंजूरी प्रदान की है. पंजाब के सभी 22 जिलों मे 3,691 खरीद केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 153 प्रमुख यार्ड, 280 सबयार्ड और 1,434 खरीद केंद्र के अलावा 1,824 राइस मिलों के यार्ड शामिल हैं. केंद्र सरकार ने फसल वर्ष 2019-20 की उगाई गई गेहूं की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल तय की है.