सप्लाई में भारी बढ़ोतरी होने की वजह से निकट भविष्य में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट बनी रहने की आशंका है. सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने कहा है कि वह वह मई से अपना तेल निर्यात (Crude Oil Export) बढ़ाकर रिकार्ड 1.06 करोड़ बैरल प्रतिदिन करेगा. रूस के साथ कीमत को लेकर छिड़ी लड़ाई के बीच उसने यह घोषणा की. सऊदी अरब ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब तेल की कीमत कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी और उसके कारण आर्थिक मंदी (Economic Slowdown) की चिंता के बीच 18 साल के न्यूनतम स्तर पर आ गयी है.
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मई से एक्सपोर्ट में रोजाना 6 लाख बैरल बढ़ोतरी की योजना
दुनिया की शीर्ष तेल निर्यातक सऊदी अरब ने कहा कि वह वैश्विक बाजार में अतिरिक्त आपूर्ति करेगा. इससे आपूर्ति और बढ़ेगी. सऊदी अरब पहले ही अप्रैल के लिये निर्यात में बढ़ोतरी की घोषणा कर चुका है. सऊदी अरब की समाचार एजेंसी एसपीए ने ऊर्जा मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि देश की मई से निर्यात में 6,00,000 बैरल प्रतिदिन बढ़ोतरी की योजना है. इससे कुल निर्यात बढ़कर 1.06 करोड़ बैरल प्रतिदिन हो जाएगा. सऊदी अरब तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) तथा रूस समेत अन्य सहयोगी देशों के साथ समझौते के तहत करीब 70 लाख बैरल प्रतिदिन तेल का निर्यात कर रहा था.
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खाड़ी क्षेत्र में संयुक्त अरब अमीरात पहले ही कम-से-कम 10 लाख बैरल प्रतिदिन तेल उत्पादन बढ़ाने का संकल्प ले चुका है. उल्लेखनीय है कि ओपेक और सहयोगी सदस्य देश घटती कीमतों पर अंकुश लगाने को लेकर उत्पादन में और कटौती करने पर सहमत नहीं हुए. बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के इरादे से सऊदी अरब ने तत्काल उत्पादन उल्लेखनीय रूप से बढ़ाकर 1.23 करोड़ टन करने और अप्रैल से निर्यात बढ़ाकर 1 करोड़ टन बैरल प्रतिदिन करने की घोषणा की. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि तेल के दाम और नीचे आ सकते हैं क्योंकि दुनिया भर में भंडारण क्षमता लगभग पूरी होती जा रही है. (इनपुट भाषा)