मानसून से पहले मार्च के शुरूआती 11 दिनों में देशभर में बारिश औसत से 55 फीसदी कम हुई लेकिन ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई में पिछले साल से करीब 25 फीसदी का इजाफा हो गया है. खासतौर से ग्रीष्मकालीन यानी जायद सीजन में उगाई जाने वाली फसलें धान, मूंग, उड़द, मक्का और मूंगफली की बुवाई के रकबे में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है. देशभर में पिछले सप्ताह तक 47.93 लाख हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि तक 39.38 लाख हेक्टेयर से 25.46 फीसदी अधिक है.
सबसे ज्यादा धान की खेती 33.72 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इसी अवधि में 26.65 लाख हेक्टयर में ग्रीष्मकालीन धान की बुवाई हुई थी. दलहनों की बुवाई का रकबा पिछले साल के 2.70 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.23 लाख हेक्टेयर हो गया है. ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती 1.96 लाख हेक्टेयर और उड़द की खेती 1.18 लाख हेक्टेयर में हुई है.
यह भी पढ़ेंः केरल चुनाव: कांग्रेस ने जारी की 86 उम्मीदवारों की सूची, ओम्मन और KM अभिजीत के भी नाम
मोटे अनाजों की बुवाई 5.09 लाख हेक्टेयर में हुई है जिसमें किसानों ने 3.94 लाख हेक्टेयर में मक्के की फसल लगाई है. जींस बाजार के जानकार बताते हैं कि मक्के के भाव में सुधार होने और निर्यात की संभावना बढ़ने से किसानों ने मक्के की खेती में दिलचस्पी ली है. तिलहनों की बुवाई 5.88 लाख हेक्टेयर में हुई है जिसमें मूंगफली की बुवाई 2.77 लाख हेक्टेयर में हुई है.
यह भी पढ़ेंः बीजेपी की 5 राज्यों की लिस्ट: बंगाल में 4 सांसदों को उतारा मैदान में, बाबुल सुप्रियो, खुशबू को मिला टिकट
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बताया कि ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई अच्छी रही है और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, एक मार्च से लेकर 11 मार्च 2021 तक देशभर में 4.2 मिलीमीटर बारिश हुई जोकि औसत बारिश 9.3 मिलीमीटर से 55 फीसदी कम है.
यह भी पढ़ेंः केरल में 115 सीटों चुनाव लड़ेगी बीजेपी, उम्मीदवारों का ऐलान, ई श्रीधरन को भी टिकट
HIGHLIGHTS
- देशभर में 11 दिनों में बारिश औसत से 55 फीसदी कम हुई
- धान, मूंग, उड़द, मक्का और मूंगफली की बुवाई में बढ़ोतरी
- सबसे ज्यादा धान की खेती 33.72 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है