एक तरफ कोरोना वायरस महामारी का मार तो दूसरी तरह बारिश और बाढ़ ने लोगों की कमर ही तोड़ दी है. इनसे अभी उबरे भी नहीं हैं कि अब तेजी से बढ़ती सब्जियों की कीमत ने आम लोगों को पेट काटने पर मजबूर कर दिया है. लोगों के किचन का बजट बिगड़ गया है. महंगी सब्जियों की वजह से खाने में स्वाद का जायका भी खराब हो चुका है. हरी-शाक सब्जियों के साथ-साथ आलू, प्याज और अन्य टिकाऊ सब्जियों के दाम में भी आसमान छू रहे हैं. हरी सब्जियों की कीमतें दो से तीन गुनी हो गई हैं.
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देश की राजधानी दिल्ली में हाल बेहाल हैं. राष्ट्रीय राजधानी में सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं. दरियागंज सब्जी मंडी के एक विक्रेता की मानें तो कुछ दिनों पहले जिस आलू की कीमत 12-14 रुपये प्रति किलोग्राम थी, आज वही आलू 30 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रहा है. थोक व्यापारी कहते हैं कि बरसात के चलते आवक कम है, जिसके कारण दाम में इजाफा हुआ है. जमाखोरी के कारण भी प्याज की कीमत पहले से दो गुना अधिक हो गई है.
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एशिया में फलों और सब्जियों की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर में बीते हफ्ते प्याज का थोक भाव 7.50 रुपये से 17.50 रुपये प्रति किलो था, जबकि आलू का का थोक भाव 13 रुपये से 44 रुपये प्रति किलो. वहीं टमाटर का थोक भाव 12 रुपये से 46.75 रुपये प्रति किलो था. इतना ही नहीं, भिंडी और तोरई की खुदरा कीमतें तिगुनी तो करेला की चौगुनी हो चली हैं.
Source : News Nation Bureau