बैंग्लुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2017 के दौरान इजरायली कंपनी, इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज यानि आईएआई ने बेंगलुरू की डायनामाइट टेक्नोलॉजी लिमिटेड यानि डीटीएल के साथ समझौता किया है।
इस समझौते के तह्त कंपनियां भारत में छोटे मानव रहित विमान (यूएवी)बनाएगी। भारत के 'मेक इन इंडिया' प्रोग्राम के तह्त भारतीय जरूरत के अनुसार छोटे मानव रहित विमानों के निर्माण के लिए यह समझौता आईएआई से डीटीएल को टेक्नोलॉजी और प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ाने के लिए मदद करेगा।
गौरतलब है कि आईएआई, इजरायल में मिसाइल, ड्रोन, उपग्रह, हथियार प्रणाली व विस्फोट, मानवरहित व रोबोटिक प्रणाली एवं राडार बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। जबकि भारत आईएआई के बड़े ग्राहकों में से एक है।
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इस मौके पर आईएआई के सैन्य विमान समूह के महाप्रबंधक शाउल शहर ने कहा कि, 'भारत आईएआई का एक प्रमुख रणनीतिक ग्राहक है। 'मेक इन इंडिया' प्रोग्राम के तहत, हमारी योजना निकट भविष्य में भारत को यूएवी गतिविधि के एक महत्वपूर्ण हिस्से को ट्रांसफर करने की है।'
डीटीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) तथा प्रबंध निदेशक उद्यंत मल्होत्रा ने कहा, 'हमारी कंपनी पहले ही वैश्विक ओईएम (ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स) के लिए निर्माण कार्य कर चुकी है और हम भारत में पहले ही मजबूत सप्लाई चेन इको-सिस्टम का निर्माण कर चुके हैं।'
उन्होंने कहा कि, 'यह बुनियाद है, जिस पर विश्वस्तरीय मानव रहित विमानों के औद्योगिकरण का विकास किया जाएगा।' गौरतलब है कि बैंग्लुरु में 14 से 18 फरवरी के बीच 'एयरो इंडिया 2017' विमान मेले का आयोजन चल रहा है।
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इस एयरो-शो में 279 विदेशी कंपनियां समेत कुल 549 कंपनियां शिरकत कर रहीं हैं। एयर शो में कुल 72 विमानों को प्रदर्शन होना है। विदेशी कंपनियां सरकार के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के तहत देशी कंपनियों के साथ मिलकर नए प्रकार के हथियार बनाने की कोशिश में हैं, ताकि उन्हें देश में हथियार बनाने के ऑर्डर मिल सकें।
अगर कंपनियों को लड़ाकू विमान बनाने का ऑर्डर मिला तो एफ-18 जैसे लड़ाकू विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग भारत में ही विमान बनाने की मंशा लिए बैठी है।
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Source : IANS