अलीगढ़ को जल्द ही फैक्ट्री, बहुमंजिला इमारत मिलेगी, जिसमें कई गैर-प्रदूषणकारी इकाइयां संचालित हो सकती हैं।
एमएसएमआई के अतिरिक्त मुख्य सचिव, नवनीत सहगल ने कहा कि 90 करोड़ रुपये की लागत से 1.34 हेक्टेयर भूमि में परियोजना स्थापित की जाएगी।
जिले के एमएसएमई उद्योगपतियों के लिए फैक्ट्री बेहद मददगार होगी क्योंकि उन्हें एक ही जगह पर सभी सुविधाएं मिलेंगी।
सहगल ने कहा कि प्रस्तावित कारखाने में तीन टावर होंगे, जिनमें से ब्लॉक ए में पांच मंजिल, ब्लॉक बी में सात मंजिल और ब्लॉक सी में दो मंजिल होंगे।
फैक्ट्री चौड़ी सड़क, ड्रेनेज सिस्टम, पानी और बिजली आपूर्ति जैसी सुविधाएं होगी।
कारखाने में कार्यरत श्रमिकों के लिए बहुमंजिला आवासीय भवन का निर्माण किया जायेगा।
एक कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट, मीटिंग हॉल, कैफेटेरिया, मटीरियल लिफ्ट और ट्रकों के लिए पाकिर्ंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
परिसर के लगभग आधे हिस्से को हरियाली के लिए खुला रखा जाएगा।
सहगल ने कहा, उद्योगपतियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, पहले चरण में चार जिलों, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद और आगरा को लिया जा रहा है। आगरा में, कानपुर में फाउंड्री नगर, दादा नगर और स्कूटर इंडिया एंसिलरी एस्टेट में फैक्ट्री आ रही है।
अलीगढ़ एक महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र है, जो अपने ताला उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। एक फ्लैट फैक्ट्री अपने उद्योगपतियों को एक जगह देगी जहां सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। खरीदारों को विक्रेताओं से संपर्क करना आसान होगा और इससे जिले में व्यापार को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। ।
जून 2020 में, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने फ्लैट कारखानों को अनुमति देने की नीति अपनाई थी।
अवधारणा सीमित स्थान में अधिक गतिविधि की अनुमति देती है। नीति के अनुसार ऐसे कारखाने के विकास के लिए न्यूनतम 5 एकड़ भूमि की आवश्यकता निर्धारित की गई है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS