वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी के बाद अब समाज में नकदी की मात्रा को कम करने के प्रयास कर रहे हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है, 'आधार योजना का विचार जब लाया गया था तब इसकी पूर्ण क्षमता का एहसास ही नहीं हुआ कि यह एक बहुत विस्तृत विचार है।'
उन्होंने उम्मीद जताई कि आधार न्यायालय में संवैधानिकता की कसौटी पर खरा उतरेगा। वित मंत्री ने कहा, 'मुझे यकीन है कि आधार कानून संवैधानिकता की परीक्षा में खड़ा होगा।'
अरुण जेटली ने नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे नकद की मात्रा में कमी आई, कर के आधार में वृद्धि हुई, अर्थव्यवस्था अधिक औपचारिक रूप से गठित हुई।
वहीं उन्होंने पीएम की वित्तीय समायोजन के लिए लाई गई बहुप्रचलित जनधन योजना की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि वंचित वर्गों के लिए खोले गए इन खातों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
वित्त मंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत शून्य बैलेंस खातों में 3 साल में 77 फीसदी की कमी घटकर अब 20 फीसदी तक हो गई है।' वित्त मंत्री अरुण जेटली यह बातें वित्तीय समायोजन के मुद्दे पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे।
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Source : News Nation Bureau