देश के लाखों दिलों को जीतने वाली और रतन टाटा की ड्रीम कार नैनो अब बंद होने के कगार पर है। बिज़नेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट की मानें तो देश की सबसे सस्ती कार नैनो अब उन मॉडल्स में शामिल हो गई है जिसका मासिक उत्पादन और बिक्री काफी कम है।
गुजरात के साणंद संयंत्र में अब नैनो कार का रोजाना औसतन उत्पादन मात्र दो कार ही बचा है। इससे साफ पता चलता है कि टाटा नैनो लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता खो चुकी है और अब आखिरी पड़ाव पर है।
नैनो के डीलर्स भी इसके लिए ऑर्डर नहीं दे रहे हैं लिहाज़ा कार का उत्पादन लगभग बंद ही है। टाटा के मौजूदा ज्यादातर शोरूम में टियागो, टिगोर, हेक्सा व नेस्कॉन जैसी कारें डिस्प्ले में लगी हैं।
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आंकड़ों की बात करें तो अगस्त 2017 में सेल्स आउटलेट को 180 नैनों भेजी गई जबकि बीते साल समान अवधि में 711 कारें भेजी गईं थी। सितंबर में यह संख्या घटकर 124 रह गई और अक्टूबर में तो सिर्फ 57 कारें ही भेजीं गई थी।
इस दौरान कंपनी को त्योहारी सीज़न का भी लाभ नहीं मिला और नैनों की मांग बेहद कम ही रही।
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इस बीच ऐसी भी खबरें आई थी कि इलेक्ट्रिक नैनो का उत्पादन शुरू हो रहा है और कोयंबटूर की जयम ऑटोमोटोविक्स के साथ संयुक्त उद्यम के जरिए इसे जल्द पेश किया जाएगा। हालांकि अब इसमें ऐसी ख़बरें आ रही है कि इस नई कार का नाम नियो होगा।
इससे इस बात के अंदेशे को बल मिलता है कि नैनो कार बंद होने की कगार पर है।
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Source : News Nation Bureau