बैंक ऑफ इंग्लैंड (Bank Of England) ने बुधवार को अपनी मुख्य नीतिगत दर (Interest Rate) को 0.5 प्रतिशत कम कर 0.25 प्रतिशत कर दिया. कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रभाव से निपटने के उपाय के तहत यह कदम उठाया गया है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस कठिन समय में इस कदम से कंपनियों को सहायता तथा ग्राहकों में भरोसा बढ़ाने में मदद मिलेगी. ब्रिटिश अर्थव्यवस्था पर नये कोरोना वायरस का प्रभाव बड़ा हो सकता है. ऐसी आशंका है कि आने वाले समय में आर्थिक गतिविधियां उल्लेखनीय रूप से कमजोर पड़ सकती हैं.
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ब्रिटेन में कोरोना वायरस के 373 मामलों की पुष्टि
बैंक ने बयान में कहा कि नीतिगत दर में कटौती कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में उत्पन्न आर्थिक समस्याओं को देखते हुए ब्रिटिश कंपनियों और परिवारों को मदद करने के उपायों का हिस्सा है. बयान के अनुसार इन उपायों से कंपनियों के कारोबार और लोगों के रोजगार में बने रहने में मदद मिलेगी. साथ ही इससे एक अस्थायी बाधाओं से पार पाने में सहायता मिलेगी. ब्रिटेन में कोरोना वायरस के 373 मामलों की पुष्टि हुई है जबकि छह लोगों की मौत हुई है. ब्रिटेन की सरकार अर्थव्यवस्था को मदद देने के इरादे से बजट में और उपायों की घोषणा कर सकती है. बजट बुधवार को आएगा.
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SBI ने 0.10 फीसदी MCLR घटाया
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank Of India-SBI) ने बुधवार को विभिन्न अवधि के लिए ‘कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर’ (एमसीएलआर-MCLR) में 0.15 प्रतिशत तक की कटौती की है, जो 10 मार्च से प्रभावी होगी. बैंक ने एक साल अवधि के लिए एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है, जो 7.85 प्रतिशत से घटकर 7.75 प्रतिशत हो गई है.
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SBI ने चालू वित्त वर्ष में लगातार 10वीं बार घटाया MCLR
एसबीआई ने ने चालू वित्त वर्ष में लगातार 10वीं बार एमसीएलआर कटौती की है. एक दिन अवधि के और एक महीने के लिए एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत की कटौती कर इसे 7.45 प्रतिशत कर दिया गया है. तीन माह अवधि के लिए एमसीएलआर को 7.65 प्रतिशत से घटाकर 7.50 प्रतिशत कर दिया गया है। इस तरह दो साल और तीन साल के एमसीएलआर को 0.10 प्रतिशत घटाकर क्रमश: 7.95 प्रतिशत और 8.05 प्रतिशत कर दिया गया है.