आर्थिक मोर्चे की दर पर मोदी सरकार (Modi Government) को इस बार थोड़ी राहत मिली है. साल 2019-20 के तीसरी तिमाही में देश का आर्थिक विकास दर यानि कि जीडीपी 4.7 तक जा पहुंची है आपको बता दें कि पिछली तिमाही में यह दर 4.5 फीसदी थी. साल 2019-20 की पहली तिमाही में देश की जीडीपी (GDP) 5 फीसदी रही. वहीं दूसरी तिमाही में सरकार को थोड़ी निराशा हाथ लगी और इस बार महज 4.5 फीसदी ही रही थी आर्थिक विकास दर.
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आर्थिक मोर्चे पर सुस्त रही है मोदी सरकार
आपको बता दें कि इसके पहले केंद्र की मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर सुस्ती की वजह से लगातार विपक्ष की आलोचना झेलनी पड़ रही थी. लेकिन इस बार तीसरी तिमाही में मोदी सरकार को इस बार 0.2 फीसदी की मामूली राहत मिली है. दरअसल, तीसरी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़ों में थोड़ा सुधार हुआ है. ये आधिकारिक आंकड़े वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही यानि की सितंबर 2019 से लेकर दिसंबर 2019 तक के हैं. आपको बता दें कि यह लगातार छठीं बार ऐसा हुआ है जब जब देश की जीडीपी ग्रोथ रेट में सुधार देखने को मिली है.
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कोरोना वायरस का देश की जीडीपी पर नहीं है असर
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस ने दुनिया के कई देशों में तहलका मचाया हुआ है जिसकी वजह से तमाम एजेंसियां जीडीपी ग्रोथ रेट के ताजा आंकड़े आने से पहले ये कयास लगा रहीं थीं कि दिसंबर की तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में शायद ही कोई बदलाव आ पाए. कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में मंदी का माहौल बना दिया है. आपको बता दें कि देश की आर्थिक व्यवस्था भी कोरोनावायरस के संकट से अछूती नहीं है.