जनवरी में लगभग 12 मिलियन लोगों को नौकरियां मिली हैं, जो लॉकडाउन के बाद का के महीने में जोड़ था. इस महीने के दौरान बेरोजगारी दर में 6.5 प्रतिशत की कमी आई. दिसंबर में 388.8 मिलियन की तुलना में पिछले महीने नियोजित लोगों की संख्या घटकर 400.7 मिलियन हो गई. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के अनुसार, जनवरी में रोजगार में वृद्धि ने पिछले तीन महीनों में हुए नुकसान की भरपाई की. रोज़गार में महीने-दर-महीने की भिन्नता ने लॉकडाउन से पहले शायद ही कभी 5 मिलियन का आंकड़ा पार किया हो. सीएमआईई के सीईओ महेश व्यास ने कहा कि जनवरी में वृद्धि इस अधिकतम बदलाव से दोगुनी थी. इससे दिसंबर में बेरोजगारी की दर 9.1 फीसदी से घटकर जनवरी में 6.5 फीसदी हो गई. पिछले छह महीनों में बेरोजगारी की दर अस्थिर थी, जो नवंबर में 6.5 प्रतिशत से दिसंबर में घटकर 9.1 प्रतिशत हो गई.
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अगस्त- जनवरी के दौरान औसत बेरोजगारी दर 7.4 प्रतिशत थी. दिसंबर और जनवरी के दो सबसे हाल के महीनों में इस अस्थिरता में एक असामान्य उछाल देखा गया है. दिसंबर 2020 में भारत ने 11.3 मिलियन बेरोजगार व्यक्तियों को जोड़ा. जनवरी में भारत में बेरोजगारों की संख्या में 10.7 मिलियन की गिरावट देखी गई.
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दिसंबर में बेरोजगारों में तेज वृद्धि असाधारण थी और जनवरी में भारत ने अपने सामान्य बेरोजगारों की गणना की है, जो औसतन लगभग 28 मिलियन है. व्यास ने कहा कि जनवरी 2021 में 27.9 मिलियन बेरोजगार लोग थे, जो आसानी से काम की तलाश में थे, जबकि एक और 12.1 मिलियन थे जो बेरोजगार थे और काम करने के लिए तैयार थे, लेकिन सक्रिय रूप से काम की तलाश में नहीं थे.
HIGHLIGHTS
- जनवरी में लगभग 12 मिलियन लोगों को नौकरियां मिली हैं.
- इस महीने के दौरान बेरोजगारी दर में 6.5 प्रतिशत की कमी आई.
- जनवरी में रोजगार में वृद्धि ने पिछले तीन महीनों में हुए नुकसान की भरपाई की.
Source : News Nation Bureau