चीन (China) के केंद्रीय बैंक (Central Bank) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के असर से अर्थव्यवस्था (Economy) को उबारने के लिए सोमवार को बैंकों (Banks) की ब्याज दरों (Interest Rate) में पांच साल की सबसे बड़ी कटौती की और वित्तीय प्रणाली में 50 अरब युआन (सात अरब डॉलर) डाले. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (People's Bank of China-PBOC) ने कहा कि उसने सोमवार को 50 अरब युआन के रिवर्स पुनर्खरीद अभियान की शुरुआत की और सात दिन के रिवर्स पुनर्खरीद दर को 2.40 प्रतिशत से घटाकर 2.20 प्रतिशत कर दिया.
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कैपिटल इकनॉमिक्स में चीन मामलों के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जूलियन इवांस-प्रिचार्ड ने कहा कि यह 2015 के बाद से सबसे बड़ी कटौती है और सात दिन के लिए रिवर्स रेपो (Reverse Repo) दर रिकॉर्ड निचले स्तर पर है. उन्होंने कहा कि कम दर पर धनराशि की पेशकश करने से पीबीओसी बाजार अंतरबैंक दरों को कम रखने में सक्षम होगा, यहां तक कि आरआरआर (आरक्षित आवश्यकता अनुपात) में कटौती से व्यवस्था में बढ़ने वाले नकदी प्रवाह को बैंकिंग प्रणाली अवशोषित कर सकेगी. घातक कोरोना वायरस महामारी के चलते दुनिया भर में बहुत बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है और अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है.
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ब्रिटेन में लंबे समय तक जारी रह सकता है लॉकडाउन
ब्रिटिश सरकार ने रविवार को स्वीकार किया कि कोरोना वायरस की महमारी को रोकने के लिए घोषित लॉकडाउन ‘‘लंबे’’ समय तक जारी रह सकता है. इससे पहले विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि यह स्थिति जून तक जारी रह सकती है. कैबिनेट मंत्री माइकल गोवे ने बीबीसी से कहा, ‘मैं सटीक पूर्वानुमान नहीं लगा सकता लेकिन मैं मानता हूं कि सभी को लंबे समय तक तैयार रहना चाहिए जबतक ये उपाय लागू रहेंगे.’ उल्लेखनीय है कि दुनिया के अन्य देशों की तरह ब्रिटेन ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों से घर में रहने को कहा है. सरकार ने इन उपायों की घोषणा संक्रमण दर बढ़ने के बीच की.