देश का गुड्स एक्सपोर्ट (Export) वर्ष 2027-28 तक एक ट्रिलियन डॉलर (1 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच सकता है. वाणिज्य सचिव (Commerce Secretary) बीवीआर सुब्रमण्यम (BVR Subrahmanyam) ने यह बयान दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने इसके लिए रूपरेखा भी तय कर ली है. रूपरेखा के तहत जिलों को एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करने का लक्ष्य बनाया गया है. कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (Confederation of Indian Industry-CII) के एक कार्यक्रम में बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में वाणिज्य मंत्रालय ने 419 अरब डॉलर के एक्सपोर्ट का लक्ष्य रखा हुआ है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर 31 वस्तुओं, क्षेत्र और राज्यों के स्तर पर इस लक्ष्य को बांटा गया है. वाणिज्य सचिव का कहना है कि सरकार ने 500 अरब डॉलर के एक्सपोर्ट के लक्ष्य को पाने के लिए योजना बना लिया है. साथ ही 1 लाख करोड़ डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने के लिए क्या किया जाए इसके ऊपर काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा सर्विसेज एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए भी काम चल रहा है. उनका कहना है कि सेवा क्षेत्र का एक्सपोर्ट वर्ष 2027-28 तक 700 अरब डॉलर पर पहुंच सकता है.
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कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के अध्यक्ष टीवी नरेंद्रन का कहना है कि हम आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं और देश ने पिछले कई वर्षों में कई महत्वपूर्ण आयाम स्थापित किए हैं. अब आने वाले समय में हम कई सेक्टर में दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार हो चुके हैं. वहीं टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का कहना है कि सही तकनीक के इस्तेमाल से वर्ष 2031 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 120 खरब डॉलर के स्तर तक पहुंच सकती है.
HIGHLIGHTS
- वर्ष 2027-28 तक एक ट्रिलियन डॉलर (1 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच सकता है
- चालू वित्त वर्ष में वाणिज्य मंत्रालय ने 419 अरब डॉलर के एक्सपोर्ट का लक्ष्य रखा है