देश के आठ प्रमुख उद्योगों में नवंबर महीने में तेजी दर्ज की गई है। आधिकारिक आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी मिली। क्रमिक आधार पर, 'आठ प्रमुख उद्योगों का सूचकांक' (ईसीआई) बढ़कर नवंबर में 6.8 फीसदी पर रहा, जबकि अक्टूबर में यह 5 फीसदी पर था।
इसी प्रकार से, साल-दर-साल आधार पर ईसीआई में 3.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। ईसीआई में कोयला, स्टील, सीमेंट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से नवंबर 2017-18 के दौरान ईसीआई की संचयी वृद्धि दर 3.9 फीसदी थी जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 5.3 फीसदी थी।
ईसीआई सूचकांक में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) का भार 40.27 फीसदी है, जिससे देश का फैक्टरी उत्पादन मापा जाता है।
रिफाइनरी उत्पादन का ईसीआई सूचकांक में 28.03 फीसदी भार है। इसमें साल 2017 के नवंबर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 8.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
विद्युत उत्पादन जिसका ईसीआई सूचकांक में 19.85 फीसदी भार है, समीक्षाधीन अवधि में 1.9 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
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स्टील उत्पादन का ईसीआई सूचकांक में 17.92 फीसदी योगदान है। इसमें समीक्षाधीन माह में 16.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि 10.33 फीसदी भार के साथ कोयला खनन क्षेत्र में 0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
कच्चे तेल की निकासी जिसका 5.37 फीसदी है, उसमें नवंबर में 17.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। प्राकृतिक गैसों का उपसूचकांक जिसका 6.88 फीसदी भार है, उसमें इस अवधि में 2.4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
उवर्रक उत्पादन, जिसका सूचकांक में सबसे कम केवल 2.63 फीसदी भार है, इसमें समीक्षाधीन माह में 0.3 फीसदी की मामूली तेजी दर्ज की गई।
डेलोइट इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री अनीस चक्रवर्ती ने बताया, 'आठ प्रमुख उद्योगों में तेजी लौटना काफी हद तक सकारात्मक है, क्योंकि समग्र अर्थव्यवस्था पर इनका प्रभाव पड़ता है। स्टील और सीमेंट उत्पादन का अच्छा प्रदर्शन उल्लेखनीय है। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट गई है।'
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Source : IANS