Coronavirus Economic Impact: चीन (China) में फैले जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से दुनियाभर के कारोबार पर काफी नकारात्मक असर पड़ रहा है. चीन से मांग घटने की वजह से कच्चा तेल (Crude Oil) सस्ता हो गया है और उसकी वजह से भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है. वहीं इसके विपरीत अब रोजाना इस्तेमाल होने वाले कुछ उत्पाद महंगे हो सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस की वजह से चीन से इंपोर्ट प्रभावित होने से भारत को आने वाले कुछ सामान की कीमतों में इजाफा होने की आशंका है.
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इंपोर्ट प्रभावित होने से यह वस्तुएं हो सकती हैं महंगी
राजमा की कीमतों में आ सकता है उछाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन से भारत खाने पीने की वस्तुओं का इंपोर्ट करता है और इन उत्पादों में राजमा प्रमुख है. बता दें कि भारत अपनी सालाना खपत का करीब 50 फीसदी राजमा चीन से ही इंपोर्ट करता है. ऐसे में इंपोर्ट प्रभावित होने की वजह से राजमा के दाम में भारी उछाल देखने को मिल सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के डलियन पोर्ट से शिपमेंट नहीं आने से दुनियाभर में राजमा की कीमतों में 8 फीसदी से ज्यादा को बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. विदेशी बाजार में राजमा के दाम बढ़कर 1,100 डॉलर प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं. साथ ही चीन में कारोबारी गतिविधियां रुकने से आगे कीमतों में और बढ़ोतरी की आशंका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत को आने वाले 300 कंटेनर अभी भी चीन के पोर्ट पर रुके हुए हैं.
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टीवी, AC और फ्रिज भी हो सकता है महंगा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन से भारत फ्रिज और एसी के पार्ट्स चीन से इंपोर्ट करता है. ऐसे में इनके दाम में भी बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है. वहीं दूसरी ओर भारतीय ऑटो कंपनियां अभी चीन से ऑटो एसेंलरी प्रोडक्ट इंपोर्ट करती हैं लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इंपोर्ट प्रभावित होने से अब भारतीय कंपनियों को घरेलू एंसेलरी कंपनियों से कच्चा माल खरीदने पड़ेगा. ऐसे में घरेलू ऑटो एंसेलरी कंपिनयों को तो फायदा होगा लेकिन ऑटो कंपनियों की लागत बढ़ने का खतरा है ऐसे में गाड़ियों की कीमतों में इजाफा हो सकता है.
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दवाइयां हो सकती हैं महंगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दवाई बनाने के लिए भारत कच्चे माल का इंपोर्ट चीन से करता है और इस समय चीन में जो हालात हैं उसमें वहां से इन सामानों की सप्लाई बिल्कुल थम गई है. भारतीय कंपनियों को दवाई बनाने में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल चीन से सस्ता पड़ता है लेकिन अब उन्हें वहां से सप्लाई प्रभावित होने से दूसरे देशों से महंगा कच्चा माल मंगाना पड़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मधुमेह और ब्लड प्रेशर के इलाज में उपयोग होने वाली दवाइयां महंगी हो सकती है.