प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सऊदी अरब के दौरे पर गए हैं. प्रधानमंत्री की 3 साल में यह दूसरी सऊदी अरब यात्रा है. रियाद में नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सऊदी अरब का अहम योगदान है. उनका कहना है कि कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में स्थिरता दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है. उन्होंने कहा कि भारत सऊदी अरब से अपनी जरूरत का करीब 18 फीसदी क्रूड ऑयल का इंपोर्ट करता है. भारत सरकार सऊदी अरब के साथ मिलकर रणनीतिक समझौते के जरिए आगे बढ़ना चाहता है.
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ऊर्जा संबंधी जरूरतों के लिए सऊदी अरब की महत्वपूर्ण भूमिका: मोदी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि भारत अपनी ऊर्जा संबंधी जरूरतों के लिए सऊदी अरब की भूमिका काफी महत्व देता है. उनका कहना है कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए खासकर विकासशील देशों के लिए कच्चे तेल की कीमतों का स्थिर रहना बेहद जरूरी है. उनका कहना है कि फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशटिव (FII) समिट में इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने एक व्यापार-अनुकूल वातावरण बनाने के लिए कई सुधार किए हैं और यह सुनिश्चित करने के भी प्रयास किए हैं कि यह वैश्विक विकास और स्थिरता का एक प्रमुख वाहक बना रहे.
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प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि असमानता को दूर करने और विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत और सऊदी अरब एक साथ मिलकर प्रयास कर रहे हैं. उनका कहना है कि एक रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर के साथ विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे. उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब की सुरक्षा जरूरते लगभग एक जैसी हैं. इसलिए हम सऊदी अरब के साथ सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए समझौते पर आगे बढ़ रहे हैं. इसके तहत रक्षा उद्योग में समझौता और दोनों देशों के सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत भी शामिल है.