व्यापारियों में ऑनलाइन लेनदेन बढ़ाने के लिये आरबीआई ने एमडीआर में कटौती का प्रस्ताव दिया है। साथ ही इसके लिये सुझाव भी मांगे हैं। डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) पर सुझाव के लिये रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने तैयार किये गए ड्राफ्ट को अपनी वेबसाइट पर डाला है।
आरबीआई ने अपने बयान में कहा है, "हाल ही में लिये गए नोटबंदी के फैसले के बाद से सरकार ने ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को बढ़ा है यहां तक कि छोटे व्यापारी भी इसे अपना रहे हैं। कार्ड पेमेंट को ज्यादा से ज्यादा व्यापारी डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन अपना सकें इसको ध्यान में रखते हुए इससे जुड़े तमाम वर्गों से सलाह भी ली गई है, ताकि डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन पर एमडीआर का स्वरूप तय किया जा सके। इस कदम से छोटे व्यापारी भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को बड़े पैमाने पर स्वीकार कर पाएंगे।"
बयान में कहा गया है, "इस सलाह के बाद ही डेबिट कार्ड पर एमडीआर तय करने के लिये ड्राफ्ट तैयार किया गया है। जिसके तहत मौजूदा स्लैब को बदला जा सके। ये बदलाव व्यापारियों के काम और उनके ट्रांजैक्शन के आधार पर विभाजित किया गया है। इसके अलावा एसेट लाइट कार्ड के लिये एमडीआर पर क्यूआर कोड, सरकारी ट्रांजैक्शन और दूसरे ट्रांजैक्शन के लिये स्पेशल मर्चेंट कैटेगरी पर भी सुझाव दिया गया है।"
सभी कैटेगरी के लिये तय की गई एमडीआर की सीमा से कम रेट तय करने के लिये बैंकों को स्वतंत्रता दी गई है।
आरबीआई के तैयार मसौदे को पढ़कर जो भी व्यक्ति कोई सुझाव या विचार देना चाहता है उसे वो अपना सुझाव डाक या ई-मेल के ज़रिये 28 फरवरी से पहले भेज सकते हैं।
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Source : News Nation Bureau