नोटबंदी के कारण वित्त वर्ष 2016-17 में डिजिटल भुगतान में 55 फीसदी वृद्धि हुई है। नीति आयोग ने सोमवार को यह जानकारी दी। फिक्की द्वारा आयोजित 'डिजिटल भुगतान - चलन, मुद्दे और चुनौतियां' सम्मेलन में नीति आयोग के प्रधान सलाहकार रतन पी. वाटल ने कहा कि वित्त वर्ष 2015-16 के अंत तक डिजिटल भुगतान में पिछले पांच सालों में 28 फीसदी वृद्धि हुई थी, जबकि पिछले साल इसमें 55 फीसदी की तीव्र वृद्धि दर्ज की गई।
वाटल ने कहा, 'नोटबंदी के कारण डिजिटल भुगतान बढ़ा है। सरकार की इस पहल का मतलब यह है कि अंतत: प्रौद्योगिकी ही ग्राहकों के व्यवहार को निर्धारित करेगी। और अब जीएसटी आने से यह और बढ़ेगी।'
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उन्होंने नीति आयोग द्वारा डिजिटल भुगतान की तैयारी पर एक पुस्तिका जारी करते हुए कहा, 'ये आंकड़े जाहिर करते हैं कि भारत डिजिटल भुगतान क्रांति की कगार पर खड़ा है।'
उन्होंने कहा, 'डिजिटल भुगतान प्रौद्योगिकी में नवाचार से इसे और बढ़ावा मिलेगा।'
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Source : IANS