माल एवं सेवा कर (GST) की सोमवार को दूसरी वर्षगांठ के मौके पर विशेषज्ञों ने कहा कि यह नई प्रणाली उम्मीद से कहीं जल्दी सामान्य ढंग से काम करने लगी है और इसका लाभ आगामी वर्षों में अर्थव्यवस्था को मिल सकेगा. विशेषज्ञों ने कहा कि जीएसटी परिषद के कामकाज के तरीके को देखकर पता चलता है कि सभी फैसले आपसी सहमति से लिए गए हैं और जब बात जीएसटी की आती है तो केंद्र और राज्य एक साथ नजर आते हैं. यह आगे इसकी प्रगति की दृष्टि से अच्छा संकेत है.
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एक जुलाई को जीएसटी दिवस के रूप में मनाने का फैसला
इस अप्रत्यक्ष कर सुधार को दो साल पहले 30 जून की मध्यरात्रि को लागू किया गया था. सरकार ने एक जुलाई को जीएसटी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है. लक्ष्मीकुमारन एंड श्रीधरन के संस्थापक एवं प्रबंधन भागीदार वी लक्ष्मीकुमारन ने कहा कि जीएसटी उम्मीद से जल्दी स्थिर हो गया है. अर्थव्यवस्था को इसका फायदा आने वाले वर्षों में मिलेगा. उन्होंने कहा कि सॉफ्टवेयर और आईटी से संबंधित खामियों को तेजी से दुरुस्त किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि जीएसटी का लाभ मसलन ऊंची आर्थिक वृद्धि, उपभोग में बढ़ोतरी और बेहतर कर अनुपालन का लाभ अर्थव्यवस्था को आने वाले वर्षों में मिल सकेगा. ईवाई इंडिया के कर भागीदार अभिषेक जैन ने कहा कि पिछले दो वर्षों के दौरान जीएसटी की यात्रा ऊपर नीचे होती रही लेकिन यात्रा के अंतिम पड़ाव में रास्ता बेहतर हो गया. उद्योग मंडल एसोचैम के अध्यक्ष बी के गोयनका ने जीएसटी को ऐतिहासिक संरचनात्मक सुधार करार देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था की दक्षता पर इसका प्रभाव धीमे धीमे पर निर्णायक तरीके से दिखाई देगा.
HIGHLIGHTS
- अप्रत्यक्ष कर सुधार को दो साल पहले 30 जून को किया गया था लागू
- सरकार ने एक जुलाई को जीएसटी दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया
- अर्थव्यवस्था को आने वाले वर्षों में GST से मिलेगा फायदा मिलने की संभावना