देश का निर्यात (Export) फरवरी में 2.91 प्रतिशत बढ़कर 27.65 अरब डॉलर (लगभग 1.97 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया. सात माह में यह पहला मौका है जबकि निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज हुई है. पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रसायन जैसे क्षेत्रों का निर्यात बढ़ने से कुल निर्यात बढ़ा है. वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में आयात भी 2.48 प्रतिशत बढ़कर 37.5 अरब डॉलर (लगभग 2.68 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया.
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व्यापार घाटा पिछले 12 महीने में सबसे कम
नौ माह में यह पहला अवसर है, जबकि आयात (Import) बढ़ा है. पिछले साल जून से आयात लगातार घट रहा था. इस तरह व्यापार घाटा भी बढ़कर 9.85 अरब डॉलर हो गया. फरवरी, 2019 में व्यापार घाटा 9.72 अरब डॉलर रहा था. हालांकि, व्यापार घाटा (Trade Deficit) पिछले 12 माह में सबसे कम रहा है. पिछले साल फरवरी में व्यापार घाटा इससे कम था. फरवरी में सोने का आयात (Gold Import) 8.5 प्रतिशत घटकर 2.36 अरब डॉलर रहा.
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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद देश का निर्यात छह माह बाद फरवरी में फिर सकारात्मक हुआ है. इस दौरान इलेक्ट्रानिक सामान का निर्यात 37 प्रतिशत और रसायन का निर्यात 16 प्रतिशत बढ़ा. इसके अलावा मसाला, काजू, तिलहन, समुद्री उत्पाद, लौह अयस्क, फार्मा, कालीन और हस्तशिल्प क्षेत्र का निर्यात बढ़ा. समीक्षाधीन महीने में कच्चे तेल का आयात 14.26 प्रतिशत बढ़कर 10.76 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वहीं गैर तेल आयात 1.6 प्रतिशत घटकर 26.74 अरब डॉलर रहा.
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चालू वित्त वर्ष के 11 माह यानी अप्रैल से फरवरी के दौरान देश का निर्यात 1.5 प्रतिशत घटकर 292.91 अरब डॉलर रहा है. इसी तरह इस अवधि में आयात भी 7.30 प्रतिशत घटकर 436 अरब डॉलर रह गया. चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह में व्यापार घाटा 143.12 अरब डॉलर रहा है। निर्यातकों के प्रमुख संगठन फियो ने फरवरी में निर्यात वृद्धि को ‘मामूली’ करार दिया. हालांकि, फियो ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने की वजह से न केवल वैश्विक धारणा प्रभावित हुई है बल्कि अंतरराष्ट्रीय और घरेलू स्तर पर आपूर्ति श्रृंखला पर भी असर पड़ा है. ऐसे में इस तरह की मामूली वृद्धि भी उत्साहजनक है.