Foreign direct investment: भारत में एफडीआई को लेकर एक सर्वे में कुछ आंकड़े पेश किए गए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों और मल्टीनेशनल कंपनियों का व्यापार को लेकर भारत की ओर रुझान बढ़ रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के प्रति इस सकारात्मकता की बदौलत अगले पांच सालों में देश में एफडीआई से 475 अरब डॉलर का निवेश हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सीआईआई-ईवाई के एक सर्वे में भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर ये बातें सामने आई हैं.
विश्व पर मंडरा रहे मंदी के बादल, भारत को मिल रहे विकास के संकेत
जहां एक ओर विश्व भर में मंदी के बादल मंडरा रहे हैं वहीं दूसरी ओर भारत को विकास के संकेत मिल रहे हैं. इस सर्वे के मुताबिक विदेशी निवेशकों को बिजनेस की ग्रोथ के लिए भारत एक सही मार्केट प्लेस नजर आती है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 76 फीसदी मल्टीनेशनल कंपनियां भारत को एक बेहतर मार्केट प्लेस के रूप में देखती हैं वहीं दूसरी ओर सर्वे में भाग लेने वाली कंपनियों में 96 प्रतिशत कंपनियां भारत में निवेश को लेकर पॉजिटिव हैं. एक रिपोर्ट में पेश इस सर्वे में कहा गया है कि मल्टीनेशनल कंपनियां भारत में आगामी 4-5 वर्षों को विकास के लिए महत्वपूर्ण मानती हैं.
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एफडीआई को लेकर भारत का अपना लक्ष्य
वहीं सर्वे से अलग भारत भी एफडीआई को लेकर अपने नए लक्ष्यों को साध रहा है. बीते शनिवार को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने भी इस बारे में बात रखी. मंत्रालय ने कहा कि भारत 100 अरब डॉलर का एफडीआई के लक्ष्य पर है. हालांकि इस साल अप्रैल-जून की तिमाही कुछ अच्छे आंकड़े पेश नहीं कर पाई. इस तिमाही में एफडीआई करीब 6 फीसदी की गिरावट में रही और यह गिरकर 16.6 अरब डॉलर पर आ लुढ़की. वहीं पिछले साल के आंकड़े देखें तो पिछले साल 2021 में भारत एफ़डीआई के 81.9 अरब डॉलर आंकड़े को छू गया था.
Source : News Nation Bureau