अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले फेडरल रिजर्व ने बाजार को बड़ी राहत देते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि फेडरल रिजर्व ने दिसंबर महीने की बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने के संकेत दिए है।
इससे पहले सितंबर महीने की बैठक में भी फेडरल ने ब्याज दरों में किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की थी। अमेरिकी चुनाव से पहले फेड की यह आखिरी नीतिगत बैठक है। एशिया समेत भारत के शेयर बाजारों की नजरें फेड के फैसले पर टिकी थी।
दरअसल कमजोर वैश्विक संकेतों और चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटऩ और रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप के बीच कम होते अंतर की वजह से भारत समेत एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार में जबरदस्त गिरावट आई थी। फेड की अहम बैठक से पहले सेंसेक्स में 350 अंकों की गिरावट आई थी।
अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप के हिलेरी क्लिंटन की बराबरी किए जाने के बाद डॉलर में आई कमजोरी से एशियाई बाजार भी दबाव में थे। वहीं तेल की कीमतों में आई कमी से भी शेयर बाजार पर दबाव बना हुआ है। हालांकि अब फेड रिजर्व की बैठक के बाद बाजार को राहत मिलने की उम्मीद है।
Source : News Nation Bureau