नोटबंदी से भारत के जीडीपी पर होने वाले असर को लेकर कई तरह की आशंकाएं बनी हुई हैं। ऐसे में क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच की रिपोर्ट मोदी सरकार के लिए राहत की खबर लेकर आई है। फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की विकास दर मीडियम टर्म में चीन की दर से ज्यादा रहेगी।
नोटबंदी को लेकर गुरुवार को राज्यसभा में बयान देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि मोदी सरकार के इस फैसले से देश की जीडीपी में 2 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। हालांकि फिच ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि मध्यम अवधि में भारत की जीडीपी दर चीन से अधिक रहेगी।
फिच के एशिया प्रशांत सॉवरिन समूह के निदेशक थॉमस रूकमाकर का कहना है, 'हमें उम्मीद है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर में वित्त वर्ष 2018 में तेजी आएगी। सरकार द्वारा किए गए सुधार, पिछले साल मौद्रिक नीति में लाई गई सहजता और इंफ्रास्ट्रक्चर पर किए गए खर्च से मजबूती मिलेगी। वहीं चीन अपनी व्यापक अर्थव्यवस्था का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाता जा रहा है, जो विकास के लिए बोझ बन चुका है।'
उन्होंने कहा, 'चीन के लिए हमारा अनुमान है कि वहां की जीडीपी दर 2017 में 6.4 फीसदी रहेगी, जो 2016 में लगाए गए 6.7 फीसदी के अनुमान से कम है।' वहीं, अक्टूबर 2016 में फिच ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 7.4 फीसदी विकास दर का अनुमान लगाया था। फिच ने यह भी कहा कि भारत की विकास दर 2018-19 तक आठ फीसदी होगी।
HIGHLIGHTS
- फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की विकास दर मीडियम टर्म में चीन की दर से ज्यादा रहेगी
- नोटबंदी के बाद भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं
Source : News Nation Bureau